--जमशेदपुर में पीएम मोदी के काफिले के लिए तैयार एंबुलेंस में लगी आग

--एमजीएम हॉस्पिटल की ओर से सिविल सर्जन ऑफिस को उपलध कराया गया है कार्डियक एंबुलेंस

RANCHI (28 Nov): झारखंड का स्वास्थ्य विभाग अपने कार्यो को लेकर कितना लापरवाह है इसकी बानगी तो आए दिन देखने को मिलती है, लेकिन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के दौरान भी उसका यह रवैया नहीं सुधरेगा यह सोचने वाली बात है। झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर नरेंद्र मोदी झारखंड में चुनावी सभा को लेकर आना-जाना लगा है, लेकिन झारखंड स्वास्थ्य विभाग का आलम यह है कि प्रधानमंत्री को उनके प्रोटोकॉल के तहत जो सुविधा मिलनी चाहिए, नहीं मिल रही है। इसकी बानगी पिछले मंगलवार को उस समय देखने को मिली जब प्रधानमंत्री चुनावी दौरे के लिए रांची एयरपोर्ट पहुंचे थे। इस दौरान प्रधानमंत्री के कारकेड के लिए डॉक्टर चाहिए था, लेकिन रांची के सिविल सर्जन ने प्रधानमंत्री के लिए साधारण एंबुलेंस और बच्चों के डॉक्टर को भेज दिया। इसका खुलासा तब हुआ, जब पीएम के साथ आई मेडिकल टीम के अधिकारियों का इसपर ध्यान गया। उन्होंने इसपर आपत्ति जताई। प्रधानमंत्री को उस दिन चाईबासा में रैली को संबोधित करना था। प्रधानमंत्री का काफिला राज्य सरकार की स्वास्थ्य सुविधा के बिना ही चाईबासा रवाना हुआ था। हालांकि जमशेदपुर के एजीएम मेडिकल कॉलेज की मेडिकल टीम और वहां की एंबुलेंस उनके साथ भेजी गई थी।

और एंबुलेंस में लगी आग

शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जमशेदपुर के दौरे पर आएंगे, पर उनके काफिले के लिए सिविल सर्जन ऑफिस में एक भी एंबुलेंस उपलब्ध नहीं हैं। ऐसे में एंबुलेंस के लिए एमजीएम मेडिकल कॉलेज से संपर्क साधा गया। एमजीएम हॉस्पिटल की ओर से भी वर्षो से यूं पड़े एक एंबुलेंस को मरमत के बाद पीएम मोदी के काफिले में शामिल होने के लिए भेज दिया गया। शुक्रवार को इस एंबुलेंस के इंजन में भी आग लग गई। यह गनीमत है कि पीएम दौरे के एक दिन पहले ही एंबुलेंस के खटारा होने का राज खुल गया, वरना कोई बड़ा हादसा भी हो सकता था। प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर जर्जर एंबुलेंस का इस्तेमाल करने का किस आधार पर फैसला लिया गया, यह सबसे बड़ा सवाल है।

इंजन में लगी आग

प्रधानमंत्री मोदी के काफिले के लिए तैयार एंबुलेंस पटमदा जा रहा था, इस बीच ठनठनी मोड़ के समीप एंबुलेंस के इंजन में अचानक आग लग गई। आनन-फानन में एंबुलेंस को मैकेनिक के पास ले जाया गया। एमजीएम हॉस्पिटल के सुपरिंटेंडेंट डॉ आरवाई चौधरी का कहना है कि तार जल जाने के कारण एंबुलेंस में खराबी आई और इसे ठीक किया जा रहा है।

हमारे यहां जो एंबुलेंस है, वह एसपीजी सुरक्षा के लिहाज से उपयुक्त नहीं है। इसलिए एमजीएम हॉस्पिटल से कार्डिएक एंबुलेंस के लिए संपर्क किया गया। एमजीएम हॉस्पिटल की ओर से एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है।

डॉ विभा शरण

सिविल सर्जन, सदर हॉस्पिटल, जमशेदपुर