कर्नलगंज के लुधौरा में एक स्कूल के प्रबंधन ने दो बच्चों की जान ले ली। वेडनेसडे देर रात को तेज बारिश के बीच स्कूल की जर्जर दीवार ढह गई। इससे दीवार के बगल में बनी झोपड़ी में सो रहे एक परिवार के दो बच्चों की दबकर मौत हो गई, जबकि पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को इलाज के लिए हैलट हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। घटना की जानेकारी मिलते ही रात में ही इलाकाई लोग मौके पर जमा हो गए। पुलिस ने उनकी मदद से मलबे को हटाकर शवों को बाहर निकाला। वहीं, सुबह मृतकों के परिजनों को मुआवजे के रूप में प्रशासन ने डेढ़-डेढ़ लाख रुपए दिए।

जर्जर थी दीवार

कर्नलगंज के लुधौरा में जूनियर हाईस्कूल है। स्कूल का भवन बेहद ही जर्जर स्थिति में है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक स्कूल का मेंटिनेंस कभी भी ठीक से नहीं कराया गया। जब भी कोई हिस्सा टूट जाता था, बस उसकी मरम्मत करा दी जाती थी। ऐसा ही इस दीवार के केस में भी हुआ था। पुरानी और बेहद जर्जर दीवार में ही बीम डालकर नई दीवार बना दी गई। जिसके बगल में ही बाहर होरीलाल और बबलू परिवार समेत रहते थे। बुधवार की रात जब तेज बारिश हो रही थी, बबलू और होरीलाल का पूरा परिवार झोपड़ी में ही था। रात में करीब 1.30 बजे स्कूल की दीवार ढह गई और उसके मलबे से झोपड़ी भी ढह गई। जिसमें होरी लाल, उनका बेटा रितिक, सुमित, पत्नी जमुनी देवी समेत बबलू की बेटी अक्शा (5) दब गए।

लग गई भीड़

शोर सुनकर इलाकाई लोग जमा हो गए। स्थानीय लोगों ने पुलिस में भी सूचना दे दी जिससे थाने से फोर्स भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने इलाकाई लोगों की मदद से मलबा हटाकर एक-एक करके सभी को बाहर निकाला, पर उसमें रितिक और अक्शा की मौत हो चुकी थी। उनके सिर पर गंभीर चोट लगी थी। पुलिस ने घायलों को हैलट और डेडबॉडीज को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। सुबह होने पर जब इलाकाई लोगों को हादसे के बारे में जानकारी हुई तो वो भी पोस्टमॉर्टम हाउस के बाहर जमा हो गए। कई लोगों को एक साथ देखकर स्वरूप नगर थाने की फोर्स भी मौके पर पहुंच गई। डॉक्टरों के मुताबिक होरी लाल की हालत भी गंभीर बनी हुई है।