- चाइल्ड लेबर के आरोप में पकड़ा और खुद भाग गया चाइल्ड हेल्प लाइन

PATNA : किशनगंज जिला से हैदराबाद के एक मदरसे में पढ़ने जा रहे ख्9 बच्चों को शुक्रवार को पटना जंक्शन पर उतार लिया गया। ये बच्चे अपने मौलाना अब्दुल रहीम कासमी के साथ हैदराबाद स्थित सिरपुर कागज नगर जा रहे थे। इन्हें पटना से ट्रेन बदलकर हैदराबाद जाना था, लेकिन इन्हें पटना जंक्शन पर चाइल्ड हेल्पलाइन के जितेंद्र कुमार ने जीआरपी के कुछ सिपाहियों की मदद से आगे जाने नहीं दिया। चाइल्ड हेल्पलाइन ने आरोप लगाया कि इन्हें बाल मजदूरी के लिए ले जाया जा रहा है।

और छोड़ दिया जंक्शन पर

कासमी ने बताया कि वे हैदराबाद में एक मदरसा चलाते हैं। यह मदरसा सरकार से मान्यता प्राप्त है और तेलंगाना सरकार यहां के चार शिक्षकों को पे भी करती है। कासमी बिहार से भी गरीब बच्चों को अपने साथ ले जाते हैं और वहां उन्हें पढ़ाते हैं। इस बीच साल में रमजान के मौके पर इन बच्चों को घर लाया जाता है। उन्होंने बताया कि छुट्टी के बाद इन्हें मैं वापस ले जा रहा था कि ये घटना हुई। उन्होंने कहा कि हमने आदिलाबाद के डीएम का लेटर भी दिखाया, लेकिन चाइल्ड हेल्प लाइन वाले मानने का तैयार नहीं हो रहे थे। रात में अपने साथ ले जाने के बजाय हमें अकेले जंक्शन पर छोड़कर चले गए।

बर्बाद हुआ टिकट का पैसा

कासिम ने कहा कि इन बच्चों के पैरेंट्स मजदूर हैं। टिकट का क्9 हजार रुपया बर्बाद हो गया। कासिम ने कहा कि इनलोगों ने हमें कल नजरबंद कर के रखा है। हमे पास के मस्जिद तक जाने नहीं दिया। मालूम हो कि शनिवार को इन बच्चों के पैरेंट्स आये और उनलोंगों ने इमारत ए सरिया को इसी सूचना दी। इसके बाद मामला साफ हुआ।

चाइल्ड हेल्पलाइन स्टाफ की वजह से ऐसा हुआ। इनलोगों की कोई गलती नहीं है। कासमी साहब नेक काम में लगे हैं। उनलोगों को चाहिए था कि वो ट्रेन में ही इसकी जांच कर लेते और छोड़ देते।

- प्रमोद कुमार, जीआरपी प्रभारी, पटना जंक्शन