बोर्ड से लेकर आए एडमिट कार्ड को स्टूडेंट ने बीएनएसडी इंटर कॉलेज में रिसीव कराया था

-ट्यूजडे को इंटरमीडिएट का होम साइंस और टेंथ का म्यूजिक पेपर हुआ

-सिटी के 12 से ज्यादा कॉलेजों में इंटरमीडिएट हिन्दी सेकेंड पेपर के कोड 302 को चेंज कराया गया

KANPUR:

मंडे से शुरू हुए यूपी बोर्ड के एग्जाम में सेंटर लेवल पर लापरवाही के मामले सामने आया है। एक मामला चुन्नीगंज स्थित बीएनएसडी इंटर कॉलेज का है। जिसमें इलाहाबाद बोर्ड से लाए गए एडमिट कार्ड और उसके लेटर को एक दिन पहले बीएनएसडी इंटर कॉलेज में रिसीव कराया था। लेकिन लेटर और कार्ड रिसीव करने वाले ने चेक करने की जरुरत नहीं समझी कि कार्ड पर सेंटर का नाम बीएनएसडी शिक्षा निकेतन लिखा है न कि बीएनएसडी इंटर कॉलेज, जिससे स्टूडेंट के फ्यूचर पर भी असर पड़ सकता है, हालांकि इस मामले में थोड़ी गलती स्टूडेंट की भी रही, कि वो सही कॉलेज में नहीं गया। इंटरमीडिएट हिंदी लिट्रेचर के सेकेंड पेपर कोड फ्0ख् को चेंज कराया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ सिटी के क्ख् से ज्यादा कॉलेजों में पेपर्स की प्रॉब्लम सामने आई। एग्जाम सेंटर्स पर टीचर्स की सार्टेज रही।

लेटर रिसीव की बात छिपाई

जानकारी के मुताबिक जीएनके इंटर कॉलेज के स्टूडेंट विशाल कश्यप का एडमिट कार्ड बोर्ड से नहीं आया था। इस पर पैरेंटस इलाहाबाद बोर्ड से एडमिट कार्ड लेकर आए थे। कार्ड पर स्टूडेंट का सेंटर बीएनएसडी शिक्षा निकेतन इंटर कॉलेज लिखा था। इस लेटर को स्टूडेंट ने चुन्नीगंज स्थित बीएनएसडी इंटर कॉलेज में रिसीव करा दिया। जिसे सेंटर पर रिसीव करते वक्त चेक नहीं किया गया था। इस मैटर को बीएनएसडी इंटर कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन पूरी तरह से दबाकर रखे रहा।

जेडी बोली नो नकल

ट्यूजडे को जेडी का चार्ज संभालने वाली अंजना गोयल ने कहा कि बोर्ड परीक्षा में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बोर्ड परीक्षा में अगर कहीं कोई कम्पलेन आई तो उसकी जांच कराई जाएगी और उस सेंटर पर डेरा डाल कर परीक्षा कराई जाएंगी। इससे पहले अंजना गोयल जेडी आगरा थीं।

'स्टूडेंट ने सेंटर पर पहले ही लेटर रिसीव कराया जिसकी जानकारी पैरेंट्स से मिली है। इस मैटर की जांच कराई जा रही है, अगर यह बात सही निकली तो फिर कार्रवाई की जाएगी। जितने सेंटर पर सेकेंड पेपर निकले थे, उनके पेपर बोर्ड से मंगाए गए हैं.'

-कोमल यादव, डीआईओएस