- टैक्स असेसमेंट संबंधी मामलों में समय से सुनवाई न होने से नाराज थे पार्षद

- भाजपा के सभी पार्षद बैठे धरने पर, जोनल अधिकारी को जोन से हटाया गया

LUCKNOW

ओटीएस स्कीम को लेकर आयोजित किया गया सदन एक बार फिर अखाड़ा बन गया। टैक्स असेसमेंट मामलों में समय से सुनवाई न होने से नाराज न्यू हैदरगंज प्रथम वार्ड से भाजपा पार्षद विजय कुमार गुप्ता ने जोनल अधिकारी जोन छह अंबी बिष्ट के खिलाफ मोर्चा खोला। उन्होंने उनकी कार्यप्रणाली को महारानी स्वरूप करार दिया और उन पर जमकर आरोप लगाए। इसके साथ ही उन्होंने मेयर संयुक्ता भाटिया से जोनल अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की। इस संबंध में जोनल अधिकारी का कहना है कि सभी मामले निस्तारित किए जा चुके हैं। बेवजह आरोप लगाए जा रहे हैं।

भड़क गए भाजपा पार्षद

पार्षद की मांग पर मेयर ने आश्वासन दिया कि जोनल अधिकारी को लेकर शासन को पत्र लिखा जाएगा। इसके बाद मामला शांत होता नजर आया लेकिन इसी दौरान जोनल अधिकारी कुछ बोलते हुए डायस की तरफ बढ़ीं, यह देख सभी भाजपा पार्षद भड़क गए। पार्षदों ने मांग रखी कि जोनल अधिकारी डायस पर आकर कहें, जो उन्हें कहना है। इसके बाद सभी पार्षद डायस पर पहुंच गए और मेयर को घेर लिया। करीब पंद्रह मिनट के बाद पार्षद वापस अपनी कुर्सियों पर लौटे और जोनल अधिकारी को कार्यमुक्त करने की मांग करने लगे। इस दौरान मेयर ने नाराजगी भरे स्वर में कहाकि मैंने पहले ही व्यवस्था दे दी है, ऐसे में आप लोग कुलचे वालों की तरफ डायस पर न आएं। यह बात पार्षदों को नागवार गुजरी। पार्षद सुशील तिवारी पम्मी ने इसको लेकर विरोध दर्ज कराया। इसके बाद मामला गर्मा गया और सभी भाजपा पार्षद सदन का बहिष्कार कर एक-एक करके सभागार के बाहर आ गए।

जमकर नारेबाजी

सदन सभागार के बाहर पार्षद धरने पर बैठ गए और निगम प्रशासन के अधिकारियों के अभद्र व्यवहार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। जहां भाजपा पार्षद सदन के बाहर थे, वहीं विपक्ष सभागार में बैठा हुआ था। भाजपा पार्षदों ने उनसे भी धरने में शामिल होने के लिए कहा लेकिन विपक्ष बैकफुट पर आ गया। उधर, पार्षदों के धरने पर बैठने के बाद मेयर ने पंद्रह मिनट के लिए सदन स्थगित कर दिया और धरने पर बैठे पार्षदों के बीच से होते हुए अपने कक्ष की तरफ चली गईं। कुछ महिला पार्षदों ने उनके साथ जाने का प्रयास किया लेकिन साथी पार्षदों के गुस्से को देखते हुए सभी वापस आ गईं।

एक घंटे बाद मेयर लौटीं

करीब एक घंटे के बाद मेयर वापस सभागार आई और पार्षदों से सभागार में आने की अपील की। जिसके बाद कुछ पार्षद तो आए, जबकि कई पार्षद बाहर ही रहे। इस दौरान मेयर ने सदन की कार्रवाई शुरू होने की घोषणा की। थोड़ी देर में सभागार के बाहर मौजूद पार्षद भी अंदर आ गए। नगर आयुक्त ने मामले की गंभीरता को देखते हुए पहले ही सभी जोनल अधिकारियों को उनके कक्ष में भेज दिया। पार्षद नागेंद्र सिंह ने इसको लेकर सवाल उठाए लेकिन नगर आयुक्त ने अपने जुमलों से हर किसी को शांत कर दिया और ओटीएस पर चर्चा शुरू हुई। जिसे बाद में कुछ संशोधनों के बाद पास भी कर दिया गया।

टाइमलाइन सदन की

3.15 बजे सदन शुरू

3.20 पर पार्षद ने जोनल अधिकारी पर सवाल उठाए

3.30 पर विवाद बढ़ा

3.35 पर भाजपा पार्षदों का वॉकआउट

3.57 पर सदन 15 मिनट के लिए स्थगित

4.55 के करीब मेयर वापस सभागार लौटीं

5.30 के करीब ओटीएस स्कीम पास

नेता सदन सपा ने उठाया मुद्दा

सदन की दोबारा कार्रवाई शुरू होने पर नेता सदन सपा सै। यावर हुसैन रेशू ने कुलचे वाला इश्यू उठाया, जिस पर मेयर ने कहाकि उन्होंने ऐसा नहीं कहा है। हालांकि अन्य पार्षदों ने इस मुद्दे को कोई तूल नहीं दिया।

बढ़ रहा है तनाव

पार्षदों और निगम अधिकारियों के बीच संबंध तनावपूर्ण होते जा रहे हैं। भाजपा पार्षद रामकृष्ण यादव व तत्कालीन जोनल अधिकारी मुनेंद्र सिंह राठौर के बीच हाथापाई का मामला सामने आया था। हालांकि बाद में समझौता हो गया था। इसी तरह भाजपा पार्षद के दवाब के कारण नगर आयुक्त की आंखों में आंसू आ गए थे। पार्षद सुशील तिवारी पम्मी ने भी अपमानजनक व्यवहार किए जाने का आरोप लगाया था और अब जोनल अधिकारी का मामला सामने आया।