-लूट की वारदात के बाद जीआरपी व सुभाषनगर पुलिस में सीमा विवाद

-सीओ के निरीक्षण के बाद सुभाषनगर पुलिस ने दर्ज की एफआईआर

>BAREILLY:

मुकदमा न दर्ज करना पड़े इसके लिए जीआरपी और सिविल पुलिस ने लुट चुके दंपत्ति को 24 घंटे तक थाने का चक्कर लगवाया। मामला सैटरडे रात नेकपुर होली तिराहा पर दंपत्ति से लूट का है। जिस मामले में जीआरपी और सुभाषनगर थाने की पुलिस ने सीमा विवाद में पीडि़त को खूब दौड़ाया। मामला जब अधिकारियों के संज्ञान में गया तो अधिकारियों दखल के बाद सुभाषनगर में मामला दर्ज किया गया।

सैटरडे रात हुई थी वारदात

गत 23 जनवरी को नेकपुर होली तिराहा निवासी उमराव सिंह पत्‍‌नी सुषमा के साथ शाहजहांपुर से बरेली लौटे थे। पंजाब मेल से उतरकर रेलवे लाइन के किनारे-किनारे पैदल ही व घर जा जा रहे थे। रास्ते में 3 बदमाशों ने उनका रास्ता रोक लिया। बदमाशों ने उनकी पत्‍‌नी की ज्वैलरी उतरवा ली और उनके पास से 3 हजार रुपए और मोबाइल लूट लिया था। उमराव सिंह तुरंत भागकर सुभाषनगर थाना पहुंचे थे। जिसके बाद सुभाषनगर चौकी इंचार्ज मौके पर पहुंची थीं लेकिन तब तक बदमाश भाग चुके थे।

संडे रात मौके का हुआ निरीक्षण

जब उमराव जीआरपी थाना में एफआईआर दर्ज कराने गए तो उन्हें बताया गया कि जिस जगह वारदात हुई है। वह उनका एरिया नहीं है। इस पर वह सुभाषनगर गए तो वहां भी पुलिस ने जीआरपी का एरिया बताकर टरका दिया। पीडि़त को जीआरपी और सुभाषनगर का चक्कर लगाते हुए करीब 24 घंटे हो गए लेकिन एफआईआर दर्ज नहीं की गई। मामला अधिकारियों के पास पहुंचा तो सीओ सिटी सेकेंड संडे रात में सुभाषनगर थाना पहुंची। उन्होंने जीआरपी एसएचओ और सुभाषनगर एसओ को घटनास्थल पर बुलाया। जीआरपी ने बताया कि रेलवे प्लेटफार्म से उतरने के बाद उनका एरिया खत्म हो जाता है। इसके बाद सुभाषनगर पुलिस ने मामला दजर्1 किया।

पहले भी सामने आए विवाद

सीमा विवाद का यह पहला मामला नहीं है। कुछ महीने पहले चौपुला पुल पर एक युवक की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई थी। जिसके बाद सुभाषनगर पुलिस और जीआरपी मे काफी देर तक लाश उठाने को लेकर बहस हुई थी। इसी तरह किला में भी ट्रेन से कटने पर जीआरपी, सुभाषनगर और किला पुलिस में विवाद हुआ था। कुछ दिनों पहले करेली में डबल मर्डर में भी सीमा विवाद सामने आया था। कैंट का एरिया होने के बावजूद सुभाषनगर पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया था। इसी तरह से चलती बस में व्यापारी से लूट में भी भमौरा का मामला होने के बावजूद सुभाषनगर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था।