-एसपी देहात को सौंपी जांच, चार मई तक रिपोर्ट मांगी

-मुकदमे वापस नहीं होने की दशा में 5 मई को होगी महापंचायत

मेरठ : खरखौदा थाने के धनतला गांव में हुई किसान योगेंद्र की आत्महत्या के प्रकरण में ग्रामीणों पर दर्ज हुए मुकदमों को लेकर रोष है। स्थानीय ग्रामीणों और किसान नेताओं ने सोमवार को एसएसपी और डीएम को घेराव कर नारेबाजी की। ग्रामीणों पर दर्ज हुए मुकदमे वापस लेने और दोषी पुलिस-प्रशासनिक कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग की। इस मामले में एसपी देहात को जांच सौंपी है।

टावर से कूदकर दी थी जान

धनतला गांव निवासी किसान योगेंद्र ने फसल बर्बाद होने के चलते चार दिन पूर्व टावर से कूदकर जान दे दी थी। इस घटनाक्रम के दौरान ग्रामीणों ने नायब तहसीलदार और पुलिसकर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाया था। माहौल उग्र होने के चलते ग्रामीणों ने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मारपीट कर दी थी। पूरे प्रकरण में पुलिस ने आठ लोगों को नामजद करते हुए 40 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। इस बात के विरोध में धनतला गांव में ग्रामीणों की पंचायत हुई, जिसके बाद दर्जनों गांव के ग्रामीण कांग्रेसी व आप समर्थकों के साथ एसएसपी कार्यालय पहुंच गए। हंगामा और नारेबाजी के बाद एसएसपी एसएस बघेल का घेराव किया। एसएसपी ने पूरे प्रकरण में एसपी देहात को जांच सौंपी है और चार मई तक रिपोर्ट मांगी है। इस दौरान विनय प्रधान, पप्पू गुर्जर, रविंद्र गुर्जर, विनीत चपराना, महावीर भड़ाना, सविता त्यागी, चंद्रभान प्रधान धनतला, बाबूराम जाटव आदि मौजूद रहे।