GORAKHPUR: कोतवाली इलाके के तरंग क्रॉसिंग के पास डॉ। कफील खान के भाई और बैट्री व्यापारी कासिफ को गोली मारने के मामले में पुलिस ने भाई आदिल की तहरीर पर तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या की कोशिश का केस दर्ज किया। कोतवाली पुलिस ने घटनास्थल का भी मुआयना किया और जेपी हॉस्पिटल में लगे सीसीटीवी कैमरे को भी खंगाला है। हालांकि पुलिस के हाथ अभी कोई ऐसा सुराग नहीं लग सका है, जिससे हमलावरों को पकड़कर पर्दाफाश किया जा सके। उधर, इलाज के बाद कासिफ खान को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। जहां गर्दन में फंसी गोली को ऑपरेशन कर निकाला गया। अब उनकी हालत पहले से बेहतर है।

रविवार रात मारी गइर् थी गोली

कोतवाली इलाके के बसंतपुर निवासी कासिफ रविवार शाम इफ्तार करने के बाद गोरखनाथ इलाके में एक दोस्त से मिलने गए थे। लौटने के दौरान रात लगभग 10.30 बजे तरंग क्रॉसिंग के पास स्कूटर सवार नकाबपोश दो बदमाश आए और गोली मारकर फरार हो गए। सोमवार को पुलिस ने भाई आदिल की तहरीर पर केस दर्ज किया है। घटना की वजह अभी न तो घरवाले बता पा रहे हैं और न ही पुलिस इस प्रकरण में किसी नतीजे पर पहुंच सकी है। हालांकि पुलिस इस केस को भूमि विवाद से जोड़कर देख रही है। साथ ही इसके अलावा अन्य बिंदुओं पर भी पुलिस पड़ताल कर रही है।

2002 से निकाली जा रही विवादों की कुंडली

वहीं, पुलिस डॉ। कफील खान के भाई कासिफ खान को गोली मारने की वजह का पता लगाने के लिए उनके परिवार से जुड़े विवादों की सूची तैयार कर रही है। पुलिस के मुताबिक, परिवार के एक-दो नहीं, बल्कि कई जमीनी विवाद चल रहे हैं। इसमें यह लोग मुकदमा वादी भी हैं। ऐसे में खान परिवार में सन् 2002 से अब तक के सभी मुकदमों की कुंडली तैयार की जा रही है। ताकि घटना का सही कारण पता चल सके। हालांकि परिवार के लोग किसी से किसी तरह की दुश्मनी होने की बात से इनकार कर रहे हैं। ऐसे में पुलिस इस केस से जुड़ी अन्य बिंदुओं पर भी पड़ताल कर रही है।

यह कैसे बदमाश, जो स्कूटी से करते हैं क्राइम

इन सब के अलावा पुलिस घटना स्थल के आसपास के सीसीटीवी कैमरों की भी पड़ताल कर रही है। साथ ही यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिर गोली मारने वाले वह बदमाश कौन थे, जो अपराध करने के लिए किसी रेसर बाइक का प्रयोग करने की बजाय एक्टीवा यानि स्कूटी का प्रयोग करते हैं। वहीं, घटना के बाद घायल का बिना पुलिस को सूचना दिए खुद ऑटो से अस्पताल पहुंच जाना। बीआरडी मेडिकल कॉलेज के एक सरकारी डॉक्टर का भाई होते हुए गन शॉट जैसी घटना में प्राइवेट नर्सिग होम में जाकर इलाज कराना। पुलिस के शक की सुई को घूमा रहा है। वहीं, हैरानी की बात है कि जिस गली में यह वारदात हुई, उस सकरी गली से बदमाशों का बेहद आसानी से फरार हो जाना। करीब छह फिट चौड़ी गली में बेहद नजदीक से तीन-तीन गोलियां मारने के बाद भी किसी भी गोली से गंभीर रूप से घायल न होना आदि पहलुओं को भी पुलिस ध्यान में रखकर मामले की पड़ताल कर रही है। गौरतलब है कि कासिफ खान को तीन गोलियां लगी थीं, जिसमें एक गोली उनके कंधे और दूसरी हाथ को छूकर निकल गई थी। जबकि, तीसरी गोली उनकी गर्दन में फंसी थीं।

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केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है। खान परिवार से जुड़े जमीनी विवादों को भी केस से जोड़कर देखा जा रहा है। हालांकि अभी तक घटना का सही कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। जल्द बदमाशों को गिरफ्तार कर मामले का पर्दाफाश कर दिया जाएगा।

शलभ माथुर, एसएसपी