- नोटबंदी से 20 प्रतिशत तक पेट्रोल की बिक्री बढ़ी

- नोटबंदी के बाद कार्ड से पेट्रोल लेने वालों की संख्या बढ़ी

Meerut। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कैशलेस सुविधा के सपने को साकार करने का जिम्मा पेट्रोल पंप ने उठाया। या यूं कहें कि कैश की किल्लत से पेट्रोल पंप पर कार्ड से स्वाइप ज्यादा होने लगी है। यही कारण है कि पेट्रोल पंप की सेल में इजाफा हो गया। पेट्रोल व डीजल की सेल में नोटबंदी से दस से बीस प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हो गई है। कैश से कम और कार्ड से स्वाइप करने वालों की संख्या बढ़ गई है।

नोटबंदी से कार्ड स्वेप कर पेट्रोल व डीजल लेने वालों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है। अब कार्ड से स्वेप ज्यादा कर रहे हैं लोग। कैश से पेट्रोल डलवाने वालों की संख्या में कमी आई है।

-विजय शर्मा, प्रबंधक कार केयर सेंटर

स्वेपिंग मशीन से एक तो फायदा हुआ है कि खुले पैसों का झंझट कम हो गया है। लोग कार्ड का उपयोग ज्यादा कर रहे हैं। हमारी की समस्या कम हो गई है। अब पैसे से सीधे एकाउंट में पहुंच जाते हैं।

-उदयभान, मालिक सिंह फिलिंग स्टेशन

कार्ड से स्वाइप कराकर पेट्रोल व डीजल भरवाने वाले की संख्या में करीब 20 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। अच्छा है लोग कार्ड से पेट्रोल से भरवा रहे हैं। खुले पैसों को लेकर रोजाना किसी न किसी ने झंझट होता ही था।

-सतीश, प्रबंधक सूरजकुंड फिलिंग प्वाइंट

प्रतिदिन होने वाली बिक्री- तीन से चार लाख के बीच

अब बिक्री- करीब पांच लाख के करीब

पहले कार्ड स्वाइप : एक पंप पर 10 से 20

अब कार्ड स्वाइप : एक पंप पर 30

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स्वाइप मशीन की है अभी भी कमी

शहर में अनेक ऐसे पेट्रोल पंप हैं जहां पर स्वाइप मशीन नहीं है। वह अब भी कैश में पेट्रोल व डीजल की सेल कर रहे हैं। यदि उनसे स्वाइप मशीन की बारे पूछे तो कह देते हैं कि बैंकों में पेडिंग पड़ी हुई है।

कार्ड रखने से फायदा तो है। एक तो पैसे की झंझट खत्म हो जाती है। यदि पर्स कहीं गिर भी जाए तो परेशानी नहीं होती। तुरंत ही वह ब्लॉक हो जाता। वहीं कैश हो तो तकलीफ होती है।

-शुभम

पेट्रोल डलावने के लिए कार्ड से ही अब पेमेंट करता हूं। इससे फायदा तो है ही इससे एक तो पैसे रखने की झंझट खत्म हो जाती है। दूसरा खुले पैसे की भी परेशानी नहीं होती

-सुमित