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-टैंक में भरा दस हजार लीटर पानी बर्बाद हो गया

-वाल्व सही करने के लिए टैंक को खाली करना पड़ा

ROORKEE(JNN): जल संस्थान की लापरवाही के कारण ओवरहेड टैंक में भरा दस हजार लीटर पानी बर्बाद हो गया। वाल्व सही करने के लिए ओवरहेड टैंक को खाली करना पड़ा। इससे रामनगर की राममंदिर रोड में पानी लबालब भर गया।

गुल्लु ने वाल्व को खोला

जल संस्थान ने रामनगर में चार ट्यूबवेल है। इनमें से तीन ट्यूबवेल से रामनगर में बने ओवरहेड टैंक में पानी भरा जाता है। इससे रामनगर, आजादनगर, नेहरू नगर, अशोका मार्ग में पानी की आपूर्ति की जाती है। पिछले कई दिनों से ओवरहेड टैंक में लगाया गया वाल्व खराब पड़ा था, जिसे गत बुधवार को जलसंस्थान कर्मियों ने सही करने का दावा किया था। लेकिन दोबारा से वाल्व खराब हो गया। इसकी जानकारी सुबह सात बजे आपरेटर गुल्लु को उस समय लगी, जब गुल्लु ने वाल्व को खोला। तभी वाल्व टूट गया। इससे गुरुवार को उपभोक्ताओं के घरों में पानी की आपूर्ति नहीं हो सकी। सूचना पर जल संस्थान के सहायक अभियंता अशोक कुमार, जेई जुनैद आदि कर्मी वहां पहुंचे और वाल्व सही करने की कोशिश की।

रामनगर वासी घबरा गये

कोशिश नाकाम होने पर जल संस्थान अधिकारियों के निर्देश पर ओवरहेड टैंक को खाली करने के लिए वाल्व को खोल दिया गया। इससे ओवरहेड टैंक में मौजूद दस हजार पानी नालियों समेत सड़क पर बहा दिया गया। पानी की मात्रा अधिक होने व नालियां चोक होने पर घरों में पानी घुस गया। इससे रामनगर वासी घबरा गये।

टैंक खाली कराया गया

जैसे-तैसे पानी की निकासी के लिए रास्ता बनाया गया,जबकि घरों से पानी निकाला गया। इस कारण हजारों उपभोक्ताओं को पानी की आपूर्ति पर भी असर पड़ा। जल संस्थान के अवर अभियंता जुनैद ने बताया कि वाल्व सही करने के लिए ओवरहेड टैंक खाली करना जरुरी था, जिसके चलते टैंक खाली कराया गया। उपभोक्ताओं को डायरेक्टर पानी की आपूर्ति की जा रही है। बताया कि चौथा टयूबवेल सही करने में कर्मी जुटे हैं। जल्द ही टयूबवेल सुचारू होगा।

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तो फटेंगी लाइनें

जल संस्थान के अधिकारियों के अनुसार टयूबवेल के माध्यम से ओवरहेड टैंक में पानी भरता है, जिसके बाद पानी सुबह व सायं को खोली जाती है। अब वाल्व की राड बदलने के लिए कम से कम दो दिन लगेंगे, जिसके चलते उपभोक्ताओं को डायरेक्टर पानी की आपूर्ति होगी। इससे तेज प्रेशर से पानी आएगा, जिससे पुरानी पाइपलाइन फटनी तय है। जेई जुनैद ने बताया कि जल संस्थान की वर्षो पुरानी पाइपलाइन है। अधिक प्रेशर आने से पानी की पाइपलाइन फट सकती है।