- परमानेंट रजिस्ट्रार नहीं होने के कारण अटकी है एफिलिएशन

- टूरिस्ट और आयुर्वेद में डिग्री के लिए होनी है एफिलिएशन

Meerut: सीसीएस यूनिवर्सिटी में अक्टूबर में हुई ईसी की मीटिंग में दो नए सब्जेक्ट्स की एफिलिएशन की बात रखी गई थी, लेकिन इसके बाद से वीसी और रजिस्ट्रार दोनों का पंगा चल रहा है। इसी पंगेबाजी के चलते दोनों सब्जेक्ट्स की एफिलिएशन पर अड़चनें आ रही हैं। ईसी की मीटिंग में मौजूद रजिस्ट्रार सीट पर होते हुए भी नहीं हैं। जो इसको आगे बढ़ा सकते हैं। ऐसे में अभी तक कोई सीन नहीं बनता नजर आ रहा।

आयुर्वेद सब्जेक्ट

अक्टूबर में हुई ईसी की मीटिंग के दौरान यूनिवर्सिटी में यूजी और पीजी स्तर पर आयुर्वेद पाठ्यक्रम आरंभ किए जाने के संबंध में बातचीत हुई थी। सेंट्रल काउंसिल ऑफ इंडियन मेडिसन नई दिल्ली द्वारा तैयार किए गए आयुर्वेद (बीएएमएस) प्रथम, द्वितीय, तृतीय और चतुर्थ प्रोफेशनल पाठ्यक्रम को सीसीएस यूनिवर्सिटी में शुरू कराया जाएगा। यह पाठ्यक्रम वैद्य यज्ञदत्त शर्मा, आयुर्वेद महाविद्यालय खुर्जा में संचालित है। जो अभी तक कानपुर यूनिवर्सिटी से संबद्ध रहा है।

अभी तक कुछ नहीं

यूनिवर्सिटी में ट्रेवल एंड टूरिज्म पाठ्यक्रम आरंभ किए जाने के लिए थॉमस कुक लिमिटेड इंडिया सेंटर ऑफ लर्निग दिल्ली द्वारा कराया जाता है, जिसके संबंध में प्रोवीसी और वीसी द्वारा इस पाठ्यक्रम के लिए संबंधित यूनिवर्सिटी से टाईअप किया जाना है। जिसके लिए तीन सितंबर को इस संबंध में विचार किया गया। इसके बाद से अभी तक दोनों सब्जेक्ट्स को लेकर कोई खास प्रगति होती नजर नहीं आ रही है, जिसका सबसे बड़ा कारण वीसी और रजिस्ट्रार के बीच चल रही लड़ाई है।

इस मामले में अभी प्रगति चल रही है। लंबा प्रोसेस है और हम लोग जल्द ही इन कोर्स को शुरू कराने के प्रयास में हैं।

- वीसी गोयल, वाइस चांसलर, सीसीएसयू मेरठ