-72825 शिक्षकों की भर्ती के लिए शुरू हुई काउंसलिंग प्रक्रिया

-टीईटी 2011 से शुरू हुआ था इन पदों को भरने का सिलसिला

ALLAHABAD: परिषदीय स्कूलों में शिक्षकों के खाली पड़े 7ख्8ख्भ् पदों पर भर्ती के लिए ख्0क्क् में घोषित विज्ञापन के आधार पर काउंसिलिंग प्रक्रिया आखिरकार शुक्रवार को शुरू हो गई। विवाद से घिरी इस कांउसलिंग प्रक्रिया शुरू होने के बाद भी समस्याएं खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। एनसीईआरटी से जारी लिस्ट में भी खामियों को लेकर फ्राइडे को बड़ी संख्या में अभ्यर्थी डायट कार्यालय पहुंचे। इसमें कई ऐसे अभ्यर्थी थे, जिनका टीईटी परिणाम आने के दौरान लिस्ट में नाम था। लेकिन, काउंसलिंग के लिए लिस्ट जारी हुई तो उनके नाम उस लिस्ट से गायब थे। उसके साथ ही काउंसलिंग प्रक्रिया में शामिल होने की शंकाओं से जुड़े कई तरह के प्रश्न लेकर भी अभ्यर्थी दिन भर पहुंचते रहे।

समस्याओं से जूझते रहे अभ्यर्थी

काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू होने के बाद भी फ्राइडे को बड़ी संख्या में डायट कार्यालय में अभ्यर्थी अपनी समस्याओं को लेकर पहुंचते रहे। नैनी से पहुंचे विकास ने बताया कि उनका नाम मिर्जापुर के मेरिट लिस्ट में है। वह इलाहाबाद में काउंसलिंग कराना चाहते है जबकि इलाहाबाद में अभी उनका नाम नहीं आया है। ऐसे में क्या कोई उम्मीद है। इस पर डायट प्राचार्य विनोद कृष्ण ने बताया कि जिन अभ्यर्थियों का नाम जिस जिले की लिस्ट में आया है। उन्हें फिलहाल वहीं पर अपनी काउंसलिंग करानी चाहिए। अगर वो वहां पर काउंसलिंग में शामिल नहीं होते तो उनका नाम उस जिले की लिस्ट से काट दिया जाएगा। इसलिए अभ्यर्थियों को जिन जिलों में काउंसलिंग के लिए मेरिट लिस्ट में उनका नाम आया है। वहीं पर उन्हें काउंसिलिंग प्रक्रिया में शामिल होना चाहिए। काउंसलिंग के दौरान कई ऐसे अभ्यर्थियों के पैरेंट्स व रिलेटिव्स भी पहुंचे जिनके घर के लोग काउंसलिंग में शामिल नहीं हो सके। उन्होंने पूछा कि अगर अभी काउंसलिंग में शामिल नहीं होते हैं तो क्या आगे मौका मिलेगा। इसको लेकर प्राचार्य ने बताया कि इस संबंध में कोई दिशा निर्देश नहीं जारी किए गए हैं।

पहले दिन फ्ख् ने कराया वेरीफिकेशन्र

इलाहाबाद डायट में शुरू हुई काउंसलिंग प्रक्रिया के पहले दिन फ्ख् अभ्यर्थियों ने डाक्यूमेंट्स का वेरीफिकेशन कराया। इसके लिए डायट में सात काउंटर तैयार कराए गए थे। प्रत्येक वर्ग के लिए अलग-अलग काउंटर तैयार किए गए थे। डायट प्राचार्य विनोद कृष्ण ने बताया कि अभ्यर्थियों की सहूलियत के लिए ये व्यवस्था की गई है।

दोबारा मेरिट में शामिल होने पर अभी फैसला नहीं

प्राइमरी स्कूलों में 7ख्,8ख्भ् शिक्षकों की भर्ती के लिए काउंसिलिंग काउंसिलिंग के लिए जारी मेरिट में नाम न होने और दूसरी बार होने वाली काउंसिलिंग में शामिल करने की मांग को लेकर परेशान कैंडीडेट्स डायट के चक्कर काट रहे हैं। जारी की गई मेरिट में हजारों की संख्या में ऐसे कैंडीडेट्स हैं, जिनका नाम मेरिट लिस्ट से गायब है। ऐसे में वे कैंडीडेट्स परेशान है.राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) का कहना है कि जिनके नाम मेरिट लिस्ट में नहीं हैं, उनकी दोबारा मेरिट जारी की जाएगी। साथ ही पहली काउंसिलिंग में शामिल कैंडीडेट्स को दोबारा काउंसिलिंग का मौका दिया जाए इस पर अभी कोई निर्णय नहीं हुआ है। गुरुवार को जारी टीईटी की मेरिट लिस्ट में हजारों ऐसे कैंडीडेट्स हैं, जिनका नाम मेरिट लिस्ट से गायब है। ये वे कैंडीडेट्स हैं जिनका नाम, टीईटी रोल नबर या दूसरी जानकारियां गलत हैं। एससीईआरटी डायरेक्टर सर्वेद्र विक्रम सिंह का कहना है कि जब कैंडीडेट्स से गलतियां सही कराने के लिए प्रत्यावेदन मांगे गए थे तो उन्होंने दोबारा से गलत जानकारी भेजी है। डाटा फिडिंग के समय इन कैंडीडेट्स के नाम को रोक लिया गया है। ऐसे सभी कैंडीडेट्स की सूचना दोबारा साी जिलों को भेजी जा रही है। ऐसे कैंडीडेट्स से दोबारा प्रत्यावेदन जमा करने की व्यवस्था पर विचार किया जा रहा है। एससीईआरटी में शुक्रवार को काफी संख्या में ऐसे कैंडीडेट्स आए थे, जिनका कहना था कि उनका ऐसे जिलों में मेरिट लिस्ट में नाम आया है। जहां पर उन्होंने आवेदन भी नहीं किया है।

दोबारा काउंसिलिंग में नहीं मिलेगा मौका

शिक्षक भर्ती होने के लिए कैंडीडेट्स ने कई-कई जिलों से आवेदन तो कर दिया। पर, अब जब काउंसिलिंग की बारी आई तो उनके सामने संकट पैदा हो गया है। वे किस जिले की काउंसिलिंग में शामिल हों किस जिले को छोड़ दें? कैंडीडेट्स दोबारा काउंसिलिंग में शामिल होने की छूट की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि उन्होंने कई जिलों से आवेदन किया है। उन्हें सभी जगह के काउंसिलिंग में शामिल होने का मौका दिया जाए। इस पर एससीईआरटी के डायरेक्टर सर्वेद्र विक्रम सिंह का कहना है कि कोई कैंडीडेट किसी जिले में काउंसिलिंग में शामिल हो जाता है और वहां अपने डॉक्यूमेंट जमा कर देता है तो उसे दूसरी जगह काउंसिलिंग में शामिल नहीं होने दिया जाएगा।