RANCHI : दिल्ली सीबीआई की टीम ने गुरुवार को डोमको स्मोकलेस फ्यूल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के ओनर समेत इस कंपनी में काम करनेवाले अधिकारियों व कर्मियों पर एफआईआर दर्ज की है। एफआईआर दर्ज होने के बाद दिल्ली सीबीआई की एक टीम ने डोमको स्मोकलेस फ्यूल प्राइवेट कंपनी के रांची के मेन रोड में कॉमर्स टावर, कॉमर्स हाऊस स्थित ऑफिसेज में छापेमारी की। इसमें टीम ऑफिस से सीडी, हार्ड डिस्क समेत अन्य इम्पॉर्टेट डॉक्युमेंट्स अपने साथ ले गई।

फर्जी तरीके से कोल ब्लॉक का लिया आवंटन

दिल्ली सीबीआई ब्रांच के ऑफिशियल सोर्सेज ने बताया कि डोमको स्मोकलेस फ्यूल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने साल 2005 में नॉर्थ बोकारो के लालगढ़ में कोल ब्लॉक का आवंटन फर्जी तरीके से लिया था। कंपनी ने उससे सात करोड़ रुपए की उगाही की थी। बताया जाता है कि यह कंपनी रांची स्थित होटल लीलैक के मालिक विनय प्रकाश की है। इसी मामले में सीबीआई की टीम ने रांची में छापेमारी की।

अब तक दर्ज हो चुकी हैं 18 केस

गौरतलब है कि सीबीआई ने कोयला घोटाले के सिलसिले में पहले झारखंड की एक दूसरी कंपनी के खिलाफ भी मामला दर्ज किया था। इस बाबत सीबीआई ने 12 मार्च 2013 को दिल्ली, वाराणसी, हजारीबाग, रामगढ़ छावनी, रांची और कोलकाता समेत 11 जगहों पर छापेमारी की थी। आरसी रूंगटा ग्रुप की कंपनी झारखंड इस्पात प्राइवेट लिमिटेड को 13 जनवरी 2006 को कोल ब्लॉक आवंटित किया गया था। एजेंसी ने इस आवंटन में कई अनियमितताएं पाई थीं। इसके बाद कंपनी और अज्ञात सरकारी अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। जांच टीम के सदस्यों ने कोल लिंकेज के संबंध में रूंगटा बंधुओं से भी पूछताछ की थी। उस वक्त सीबीआई ने दो दर्जन से ज्यादा फाइल्स जब्त की थी। कोल ब्लॉक आवंटन के मामले में सीबीआई ने अब तक 18 एफआईआर दर्ज की हैं। गुरुवार को डोमको स्मोकलेस फ्यूल प्राइवेट कंपनी के अलावा छत्तीसगढ़ की वंदना प्राइवेट कंपनी के ओनर के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है।