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PATNA : मुजफ्फरपुर बालिका गृह में लड़कियों के यौन उत्पीडऩ का पर्दाफाश करने के लिए सीबीआई नए सिरे से एफआईआर दर्ज करेगी। जिसमें कुछ नए नाम भी शामिल होंगे। नई एफआईआर के बाद सीबीआई पर्दे के पीछे छिपे सफेदपोश पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है। नई प्राथमिकी दर्ज करने से पहले ब्यूरो की टीम ने समाज कल्याण विभाग के उन अधिकारियों की भूमिका की जांच शुरू कर दी है, जिनकी नाक के नीचे यह खेल पिछले कई वर्षों से चल रहा था

जांच में जुटी है सीबीआई टीम
सीबीआई के सूत्रों ने बताया कि इस मामले की जांच की जिम्मेदारी अपने हाथों में लेने के बाद सीबीआई ने इस मामले में कोई नई प्राथमिकी दर्ज नहीं की है। पिछले तीन दिनों से उसकी जांच मुजफ्फरपुर महिला थाने में दर्ज प्राथमिकी को ही आधार बनाकर की जा रही है। सीबीआइ की एक टीम मुजफ्फरपुर में कैंप कर रही है और बालिका गृह के संचालकों व संस्था से जुड़े अन्य पदाधिकारियों के ठिकानों की पड़ताल में लगी है।

दर्ज हो पीडि़तों का बयान
इस बीच, सीबीआई ने मुजफ्फरपुर महिला थाने में विगत सोमवार को दर्ज एक अन्य मामले की प्राथमिकी की कॉपी लेकर उसका अध्ययन शुरू कर दिया है। यह प्राथमिकी समाज कल्याण विभाग के एक सहायक निदेशक द्वारा दर्ज कराई गई है। जिसमें ब्रजेश ठाकुर के एनजीओ सेवा संकल्प व विकास समिति द्वारा संचालित स्वाधार गृह से 11 महिलाओं के लापता होने की बात कही गई है।

ब्रजेश ठाकुर करता था स्वाधार गृह का संचालन
सीबीआई सूत्रों ने बताया कि मुजफ्फरपुर के छोटी कल्याणी में स्वाधार गृह का संचालन भी ब्रजेश ठाकुर करता था। उस स्वाधार गृह में रहने वाली 16 महिलाओं को विगत 9 जून को बेगूसराय स्थानांतरित कर दिया गया है। सीबीआई की टीम बालिका गृह में रहने वाली लड़कियों के साथ उन महिलाओं का बयान भी दर्ज करेगी। फिलहाल बालिका गृह में रहने वाली लड़कियों का बयान कलमबंद नहीं किया गया है। सीबीआई की एक टीम जल्द ही उनका बयान दर्ज करेगी। वहीं, मुजफ्फरपुर बालिका गृह में यौन उत्पीडऩ के खिलाफ आगामी दो अगस्त को वामदल बिहार बंद रखने का फैसला किया है। वहीं, 9 अगस्त को जिला समारहणालय के समक्ष जेल भरो आंदोलन करेंगे।

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