बालिका गृह कांड की जांच कर रही सीबीआइ की टीम

MUZAFFARPUR/PATNA: बालिका गृह मामले में सीबीआइ की जिला बाल कल्याण समिति (सीड?ल्यूसी) की कार्यप्रणाली पर पैनी नजर है। समिति के 2013 से बालिका गृह का मामला सामने आने तक के फाइलों को खंगाल रही हैं। समिति के गठन, मामले की सुनवाई और निष्पादन की जानकारी जुटा रही है। सीबीआइ समिति की कार्यप्रणाली एवं उसके अधिकार को समझना चाह रही है।

फिर जांच करने पहुंची टीम

मंगलवार को एक बार फिर सीबीआइ की टीम जिला बाल कल्याण समिति कार्यालय पहुंची। जानकारी मिली थी कि समिति की बैठक होगी, जिसमें तीन बच्चों के मामले का निष्पादन कर उन्हें परिजन को सौंपने का आदेश दिया जाएगा। टीम समिति के अधिकारियों से मिलना चाह रही थी। मगर सिर्फ एक सदस्य संजय कुमार से ही मिले। अध्यक्ष मनोज कुमार एवं अन्य सदस्य अनिल सिंह व ब्रजकिशोर प्रसाद के विलंब से पहुंचने से भेंट नहीं हो सकी। सीबीआइ पदाधिकारियों से जानकारी ले रही है। अब तक 36-38 फाइलें ले जा चुकी है।

आज ब्रजेश ठाकुर के बेटे से फिर पूछताछ

इधर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने ब्रजेश ठाकुर के बेटे राहुल आनंद को बुधवार को ईडी कार्यालय बुलाया है। यहां राहुल से उसकी संपत्ति के संबंध में पूछताछ होगी। बालिका गृह कांड का खुलासा होने और ब्रजेश ठाकुर की गिरफ्तारी के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने ब्रजेश ठाकुर की काली कमाई का पूरा ब्योरा जुटाया और इसे जब्त करने की दिशा में कार्रवाई शुरू कर दी है। ईडी को ऐसी जानकारी मिली थी कि ब्रजेश के बेटे ने मुजफ्फरपुर के अहियापुर थानांतर्गत 46.2 डिसमिल जमीन को दस लोगों के हाथों बेचा है। जानकारी प्राप्त होने पर प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले में राहुल को पूछताछ के लिए ईडी कार्यालय आने का नोटिस दिया था। 24 दिसंबर को पहली बार राहुल को ईडी कार्यालय बुलाकर पूछताछ की गई। सूत्र बताते हैं कि 26 दिसंबर को एक बार फिर राहुल को ईडी कार्यालय आने को कहा गया है। यहां उससे पूछताछ जारी रहेगी। बताया जा रहा है कि राहुल आनंद ने अहियापुर में जिस जमीन के कई टुकड़े करके जिन दस लोगों को बेचा है उन्हें भी प्रवर्तन निदेशालय जल्द ही पूछताछ के लिए बुला सकता है।