- बैंक ऑफ बड़ौदा ने विक्रम कोठारी समेत रोटोमैक ग्लोबल प्रा.लि। के 3 डॉयरेक्टर्स व अज्ञात बैंक अफसरों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई

- सीबीआई ने तिलक नगर स्थित घर समेत 3 ठिकानों पर मारा छापा, दिल्ली स्थित रेजीडेंशियल अपार्टमेंट व ऑफिस सील

- सीबीआई ने तिलक नगर में की घंटों पूछताछ, गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं, पासपोर्ट और मोबाइल फोन भी जमा कराए

मोबाइल फोन भी जमा करा लिए
इस दौरान उनके पासपोर्ट और मोबाइल फोन भी जमा करा लिए गए। सीबीआई ने कानपुर में रोटोमैक कंपनी के सिटी सेंटर स्थित ऑफिस, विक्रम कोठारी के बंगले और बिठूर स्थित फार्म हाउस में छापा मारा। इसके अलावा दिल्ली में दो ठिकानों को भी सील किया है। सीबीआई में बैंक ऑफ बड़ौदा की तरफ से यह रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। जिसमें विक्रम कोठारी समेत कंपनी के दो डायरेक्टर्स नामजद और अज्ञात बैंक अधिकारियो पर धोखाधड़ी के आरोप हैं।

616 करोड़ की धोखाधड़ी का मामला
सीबीआई ने अपनी एफआईआर में बैंक ऑफ बड़ौदा से लिए 456.63 करोड़ के लोन का जिक्र किया है, जिस पर 160.06 करोड़ रुपए का ब्याज भी बकाया है। वहीं जानकारी के मुताबिक विक्रम कोठारी का 7 बैंकों की कंसोर्टियम पर 3695 करोड़ रुपये का लोन बकाया है। इनमें बैंक ऑफ बड़ौदा, इंडियन ओवरसीज बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, यूनियन बैंक, इलाहाबाद बैंक और बैंक ऑफ महाराष्ट्र शामिल हैं।

कानपुर में ही रहने की बात कही

विक्रम कोठारी के अलावा कंपनी के दो डॉयरेक्टर्स जिसमें उनकी पत्‌नी साधना कोठारी और बेटा राहुल कोठारी भी नामजद हैं। विक्रम कोठारी से बंगले पर पूछताछ करने वाली सीबीआई की टीम में एसपी और डिप्टी डायरेक्टर स्तर के 5 लोग शामिल थे। वहीं इस पूरे मामले में विक्रम कोठारी का पक्ष भी सामने आया है, जिसमें उन्होंने कानूनी तरीके से पूरा लोन चुकाने व कानपुर में ही रहने की बात कही है।