GORAKHPUR: कभी-कभी जल्दीबाजी में लिए गए डिसिजन स्टूडेंट्स के लिए गले की फांस बन जाते हैं। बात जब फ्यूचर की हो तो ये और भी दिक्कत खड़ी कर देता है। सीबीएसई बोर्ड स्कूलों में हाई स्कूल और इंटर की पढ़ाई शुरू हुए करीब तीन महीने बीत गए हैं। स्टूडेंट्स ने सब्जेक्ट का चयन करके एडमिशन भी ले लिया है। इस बीच स्टूडेंट्स की सुविधा के लिए सीबीएसई बोर्ड ने जल्दबाजी में सब्जेक्ट चूज करने वाले स्टूडेंट्स को एक और मौका दिया है। इसके तहत दसवीं और बारहवीं के वो स्टूडेंट्स जिन्हें सेलेक्ट किया हुआ सब्जेक्ट नहीं रास आ रहा वे रीजन बताकर अपना सब्जेक्ट चेंज कर सकते हैं। इसके लिए सीबीएसई ने गाइड लाइन भी जारी कर दी है।

भरना होगा रिक्वेस्ट फॉर्म
इसके लिए सीबीएसई बोर्ड ने अलग से गाइड लाइन जारी कर दी है। स्टूडेंट्स और पैरेंट्स दोनों को इंस्ट्रक्शन फॉलो करना होगा। इसमे पैरेंट्स को सब्जेक्ट चेंज करने के लिए रिक्वेस्ट फॉर्म भरना होगा। इसके बाद ही सब्जेक्ट चेंज करने का प्रॉसेस आगे बढ़ेगा।

इस नियम को करना होगा फॉलो
अगर किसी दूसरे स्कूल से ट्रांसफर केस है तो बच्चे को लास्ट ईयर के सर्टिफिकेट के साथ ही ट्रांसफर सर्टिफिकेट लगाना होगा। मेडिकल ग्राउंड पर सब्जेक्ट चेंज करने के लिए गवर्नमेंट मेडिकल सर्टिफिकेट जरूरी होगा। सात दिन के अंदर या फिर 21 जुलाई के अंदर सभी जरूरी डॉक्युमेंट लगाने होंगे।

ये भी है जरूरी
सब्जेक्ट चेंज करने के रियल रीजन होना चाहिए। 9वीं और 11वीं में स्टूडेंट्स का रिजल्ट परफॉर्मेस भी देखा जाएगा। जिस सब्जेक्ट की डिमांड स्टूडेंट कर रहा है वो स्कूल में होना चाहिए। स्कूल के पास डिमांड किए हुए सब्जेक्ट की मान्यता भी होनी चाहिए।

15 जुलाई आखिरी डेट
सीबीएसई ने सब्जेक्ट चेंज करने के लिए आखिरी डेट 15 जुलाई डिसाइड की है। इसके बाद आईं रिक्वेस्ट को स्वीकार्य नहीं किया जाएगा।

वर्जन

सीबीएसई ने गाइडलाइन जारी की है। ये स्टूडेंट्स के फ्यूचर के लिए अच्छा मौका है। किसी ने भी जल्दबाजी में गलत डिसीजन लिया है तो वो उसे बदल सकता है।

अजय शाही, डायरेक्टर आरपीएम