10th और 12th की बोर्ड परीक्षा में बैठने वाले दिव्यांग बच्चोंको अब कंप्यूटर या लैपटॉप का इस्तेमाल करने की इजाजत दी जाएगी। ताकि वह निर्बाध रूप से अपने उत्तर लिख सकें। लेकिन इसके लिए सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) से पूर्व अनुमति लेनी होगी।
एग्जाम में कंप्यूटर ले जाने को लेकर CBSE ने जारी किया नोटीफिकेशन
बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को बताया कि इसके बीमार या किसी भी रूप में परीक्षा देने में असमर्थ परीक्षार्थियों को एक पंजीकृत चिकित्सक या किसी मनोवैज्ञानिक से एक सर्टीफिकेट जारी कराना होगा। इसमें कुछ ठोस आधार पर कंप्यूटर का इस्तेमाल करने की सिफारिश की गई होगी। सीबीएसई परीक्षा समिति ने हाल की एक बैठक में यह फैसला लिया है। इस साल से विशेष जरूरतों वाले परीक्षार्थियों को यह अतिरिक्त रियायत दी जाएगी।
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दिव्यांग स्टूडेंट को कंप्यूटर पर सवाल को समझने और सुनने की होगी इजाजत
आदेश में कहा गया है कि कंप्यूटर का इस्तेमाल सीमित रूप से केवल सवालों का जवाब देने के लिए किया जा सकता है। बड़े फांट साइज में सवाल को देखने या फिर सवाल को कंप्यूटर पर सुनने की भी इजाजत होगी। संबंधित परीक्षार्थी को परीक्षा में अपना कंप्यूटर या लैपटॉप खुद ही लाना होगा। यह कंप्यूटर परीक्षा के लिए पहले से फार्मेट किया गया होगा। एक कंप्यूटर टीचर के कंप्यूटर को चेक करने के बाद ही सेंटर के प्रभारी परीक्षार्थी को उस कंप्यूटर का इस्तेमाल करने की इजाजत देंगे।
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कंप्यूटर में नहीं होगा इंटरनेट कनेक्शन
कंप्यूटर और लैपटॉप में कोई इंटरनेट कनेक्शन भी नहीं होना चाहिए। स्कूल के जरिए सीएस को इसके लिए पहले से परीक्षार्थी को अपने दस्तावेज भेजने होंगे। ताकि परीक्षा कराने की उचित व्यवस्था की जा सके। सीएस की ओर से उपलब्ध कराए गए परीक्षार्थी के टाइप किए हुए जवाबों के प्रिंटआउट पर पर्येवेक्षक के हस्ताक्षर होंगे। ऐसे मामले में बोर्ड ने दिव्यांग छात्र को रीडर की सुविधा देने की भी व्यवस्था की है।
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