परीक्षा फिर से कराए जाने को लेकर बढ़ी स्टूडेंट्स की टेंशन
GORAKHPUR: कहते हैं गलती किसी और की, सजा किसी और को। ऐसा ही कुछ हुआ है सीबीएसई के बोर्ड कैंडिडेट्स के साथ। 12वीं के इकोनॉमिक्स व 10वीं के मैथ पेपर फिर से कराए जाने की सूचना पर कैंडिडेट्स के होश ही उड़ गए हैं। गड़बड़ी की शिकायत मिलने पर बोर्ड ने ये फैसला किया है। जिससे देशभर से साथ ही सिटी के सीबीएसई स्टूडेंट्स और उनके पैरेंट्स सकते में हैं।

दोबारा करनी होगी तैयारी
सीबीएसई की बोर्ड परीक्षा पांच मार्च से शुरू हुई है। जिले में 19 सीबीएसई स्कूल्स को परीक्षा केंद्र बनाया गया है। जहां करीब 10वीं और 12वीं के कुल 20 हजार परीक्षार्थी परीक्षा दे रहे हैं। 26 मार्च को हुए 12वीं के इकोनॉमिक्स व बुधवार को हुए 10वीं के मैथ पेपर को सीबीएसई द्वारा फिर से कराए के निर्देश के बाद से स्टूडेंट्स, पैरेंट्स व प्रिंसिपल सभी के होश उड़ गए हैं। वहीं इन विषयों की परीक्षा फिर से कराने के निर्देश ने परीक्षार्थियों के सामने फिर से तैयारी करने की नई मुसीबत खड़ी कर दी है। पैरेंट्स, स्टूडेंट्स व प्रिंसिपल्स सभी का कहना है कि अगर बोर्ड द्वारा पहले से ही सख्त व्यवस्था होती तो शायद स्टूडेंट्स को फिर से परीक्षा में बैठने की नौबत नहीं आती।

कोट्स

परीक्षा फिर से होगी। इसकी डेट अभी नहीं आई है। स्टूडेंट्स को फिर से मेहनत करनी पड़ेगी।
- गिरीश चंद्र मिश्रा, प्रिंसिपल ऑक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल

अर्थशास्त्र व गणित विषय की परीक्षा फिर से कराई जाएगी। इसकी डेट अभी डिक्लेयर नहीं की गई है। एक हफ्ते में डेट आ जाएगी। निश्चित तौर पर फिर से परीक्षा होने से स्टूडेंट्स को परेशानी होगी।
- अजित दीक्षित, को-ऑर्डिनेटर, सीबीएसई

पैरेंट्स कोट्स
बच्चों ने साल भर मेहनत की थी। लेकिन बोर्ड की थोड़ी सी चूक ने बच्चों को फिर से मेहनत के लिए मजबूर कर दिया है। बोर्ड को इस तरह के मामले में सख्त कदम उठाने की जरूरत है।
आरके तिवारी, पैरेंट

10वीं का मैथ व 12वीं का अर्थशास्त्र विषय की फिर से परीक्षा फिर से कराए जाने की सूचना पर टेंशन बढ़ गई है। यह बोर्ड की घोर लापरवाही का नतीजा है। बच्चों को फिर से मेहनत करनी पड़ेगी।
सर्वेश द्विवेदी, पैरेंट

अर्थशास्त्र का एग्जाम अच्छा हुआ था। पेपर भी ईजी था, लेकिन फिर से पेपर देना होगा इस बात का अंदाजा भी नहीं था। बोर्ड को ऐसा नहीं करना चाहिए था। अब फिर से तैयारी करनी होगी। पता नहीं कैसा पेपर आएगा।
- निधि, 12वीं

मैथ का एग्जाम खत्म हुआ, लेकिन दोस्तों से पता चला की फिर से परीक्षा होगी। यह बिलकुल गलत हुआ है। इतनी मेहनत के बाद तो पेपर अच्छा हुआ था। यह तो परीक्षार्थियों के साथ खिलवाड़ है।
- आयुष, 10वीं

फैक्ट फिगर

10वीं में कुल परीक्षार्थियों की संख्या - 12000

12वीं में कुल परीक्षार्थियों की संख्या - 8000

कुल परीक्षा केंद्र की संख्या - 19