- ऑनलाइन सिस्टम में एक कॉपी में 20 मिनट लग रहा समय

- एक दिन में सिर्फ 20 कॉपियां ही हो रही हैं चेक

<- ऑनलाइन सिस्टम में एक कॉपी में ख्0 मिनट लग रहा समय

- एक दिन में सिर्फ ख्0 कॉपियां ही हो रही हैं चेक

Meerut meerut@inext.co.in

Meerut : सीबीएसई की ओर से इस वर्ष क्0वीं में शुरू की गई ऑनस्क्रीन मार्किंग (ओएसएम) ने मूल्यांकन की गति को धीमा कर दिया है। मैनुअल तरीके की तुलना में परीक्षकों को ऑनलाइन कॉपी जांचने में दो से ढाई गुना ज्यादा समय लग रहा है। टीसीएस के ऑनलाइन सपोर्ट से मेरठ में एक मात्र ऑनलाइन मूल्यांकन केन्द्र शांतिनिकेतन विद्यापीठ को बनाया गया है। शुरुआती दिनों में परीक्षक महज एक या दो कॉपी ही जांच पाए। कंप्यूटर से भली भांति परिचित टीचर भी बोर्ड की ओर से निर्धारित एक दिन में ख्भ् कॉपियों को जांचने के आंकड़े तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। मैनुअल प्रक्रिया में जहां परीक्षक एक दिन में फ्0 से फ्भ् कॉपियां जांच लेते थे, वहीं ऑनलाइन प्रक्रिया में यह संख्या क्भ् से ख्0 तक ही पहुंच पाई है।

90 हजार कॉपीज जांची जाएंगी

मेरठ में हाईस्कूल की अंग्रेजी, हिंदी, गणित, विज्ञान व सामाजिक विज्ञान की कॉपियों का मूल्यांकन हो रहा है। इस सेंटर पर हर सब्जेक्ट की क्800 कॉपीज आवंटित हैं। ख्क् मार्च से शुरू मूल्यांकन ख्भ् अप्रैल तक चलेगा।

ट्रेनिंग की जरूरत

ट्रांसलेम में मैथ्स के टीचर संतोष कुमार गुप्ता की मानें तो प्रॉपर ट्रंनिंग न मिलने से ही कॉपी चेक करने में ज्यादा टाइम लग रहा है। मैनुअल में जहां फ् से भ् मिनट लगते हैं। वहीं ऑनलाइन में क्भ् से ख्0 मिनट एक कॉपी में लग रहा है। दीवान पब्लिक स्कूल के साइंस की डिपार्टमेंट हेड गीता शर्मा का कहना है कि हर प्रश्न के अलग-अलग पार्ट के नंबर सेव करने में समय ज्यादा लग रहा है। मैनुअली जहां फ्ख् से फ्भ् कॉपी जांच लेती थी। अभी केवल ख्0 कॉपी ही चेक कर रही हूं।

ये आ रही है समस्याएं

- बिना ट्रेनिंग समझने में लग रहा समय।

- कंप्यूटर से आंखों में हो रही समस्या।

- हर टीचर नहीं जानते कंप्यूटर चलाना।

- कॉपी डाउनलोडिंग में आ रही समस्या।

- हर भाग का नंबर सेव करने में लग रहा समय।

तो खूबियां भी हैं

- कलम व कागजी इस्तेमाल की आवश्यकता नहीं।

- आंसरशीट में छेड़छाड़ व खोने का डर नहीं।

- हर क्वेश्चन के आंसर पर अंक दिए बिना नहीं होगा सेव।

- इससे कोई भी प्रश्न अछूता रहने का डर नहीं।

- अपने आप जुड़ते हैं मा‌र्क्स, मैनुअल गलती की संभावना नहीं।

- मूल्यांकन के बाद जल्द जारी हो सकेगा रिजल्ट।

मूल्यांकन धीमा जरूर है, लेकिन पसंद किया जा रहा है। मूल्यांकन में विविधता कम दिख रही है। कंप्यूटर फ्रेंडली हो जाने पर समस्याएं दूर हो जाएंगी। अगले वर्ष क्ख् वीं का मूल्यांकन भी ऑनलाइन किए जाने की संभावना है।

-कृपाल सिंह, ओएसएम प्रभारी, मेरठ