- तीन मई को होने वाला है प्री मेडिकल टेस्ट, दिल्ली सहित टोटल पचास सेंटर्स पर होने वाला है एग्जाम

- मेरठ से भी सैकड़ों ने किया है इस एग्जाम के लिए आवेदन

Meerut : केंद्रीय कोटे की मेडिकल सीटों पर एडमिशन के लिए तीन मई को ऑल इंडिया प्री मेडिकल टेस्ट होने वाला है. एग्जाम में स्टूडेंट्स को पेन लाने पर बैन लगा दिया गया है. सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंड्री एजुकेशन ने एग्जाम इस बार आंसर शीट्स के साथ पेन देने का भी फैसला लिया है. एग्जाम में होने वाली स्मार्ट चिटिंग पर रोक लगाने के लिए ही सीबीएसई ने यह फैसला लिया है.

मुन्नाभाई पर कसा जाएगा शिकंजा

फिल्म मुन्ना भाई एमबीबीएस एग्जाम में मुन्ना भाई का स्मार्ट चिटिंग का नया फंडा दिखाया गया था, जिसके बाद मेडिकल और दूसरी प्रतियोगिताओं में इस तरह से नकल करने के मामले बढ़ते गए हैं. परीक्षाओं के समय नकल के स्मार्ट तरीकों ने एग्जाम कंडक्ट कराने वालों को भी टेंशन में डाल दिया है. सीबीएसई का फैसला नकल रोकने के लिए ही किया गया है. ताकि मुन्नाभाई की नकल पर लगाम लगाई जा सके.

स्मार्ट पेन पर रोक के लिए फैसला

पेन में चिट रखने का पुराना तरीका अब बदल चुका है. बाजार में आ रहे स्मार्ट पेन ने नकल के पैटर्न को बदल दिया है. एक्सपर्ट के अनुसार मोबाइल फोन से कनेक्ट रहने वाले पेन का यूज नकल के लिए किया जाने लगा है, इनमें माइक्रोफोन्स लगे होते हैं. इसकी मदद से बोलकर क्वेश्चस भेजे जा सकते हैं, जिससे क्वेश्चन पेपर आउट करना संभव है. वहीं दूसरी ओर से आंसर्स भी सुने जा सकते हैं. जिसके जरिए आसानी से नकल की जा सकती है. इसलिए पेन लाने के लिए रोक लगा दी गई है.

सेंटर पर मिलेंगे पेन

तीन मई को एआईपीएमटी का एग्जाम होना है. इसके लिए बोर्ड ने इसबार सभी सेंटर्स को पेन देने के लिए विचार किया है. सीबीएसई के अनुसार इसके तहत एग्जाम में पेन लेकर नहीं पहुंच सकेंगे. एडमिट कार्ड पर भी जानकारी है.

नकल के नए तौर तरीकों रोक लगाने के लिए बोर्ड ने यह फैसला लिया है. बोर्ड का यह प्रयास नकलमाफियों पर लगाम लगाने के लिए काफी बेहतर है. इससे यकीनन नकल पर रोक लगाई जा सकती है.

मृणालिनी अनंत, प्रिंसीपल एमपीजीएस शास्त्रीनगर

सीबीएसई का फैसला वाकई सराहनीय है. इससे यकीनन एग्जाम में होने वाली नकल पर काफी हद तक रोक लगाई जा सकती है.

एचएम राउत, प्रिंसीपल, दीवान पब्लिक स्कूल