-सीबीएसई 12वीं के एग्जाम में पहले दिन परीक्षार्थियों का सेंट परसेंट रहा अटेंडेंस

-ज्यादातर स्टूडेंट्स को इंग्लिश का पेपर लगा ईजी, तो कुछ को क्वेश्चन सॉल्व करने में कम पड़ गया टाइम

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सीबीएसई के बारहवीं के एग्जाम में पहले दिन सोमवार को इंग्लिश में कुछ परीक्षार्थियों को पैसेज सहित कई क्वेश्चंस ने उलझा दिया। टाइम का प्रॉपर मैनेजमेंट नहीं कर पाने से वह तीन घंटे में सभी क्वेश्चंस का आंसर नहीं दे सके। लिहाजा उनका पांच से दस नंबर का क्वेश्चन छूट गया। हालांकि ज्यादातर स्टूडेंट्स का कहना रहा कि उन्हें पेपर आसान लगा। वहीं दसवीं में वैकल्पिक विषय की परीक्षा थी लेकिन इस विषय में डिस्ट्रिक्ट में कोई परीक्षार्थी नहीं था। दसवीं के मेन सबजेक्ट्स की परीक्षाएं सात मार्च से स्टार्ट हो रही हैं। पहले दिन हिंदी का एग्जाम है। वहीं सात मार्च को बारहवीं में फिजिक्स का पेपर है। डिस्ट्रिक्ट में दसवीं व बारहवीं के 34,355 परीक्षार्थियों के लिए 29 सेंटर्स बनाए गए हैं। इसमें बारहवीं के 16,020 परीक्षार्थी शामिल हैं। सीबीएसई के सिटी कोऑर्डिनेटर व डॉलिम्स सनबीम, रोहनियां के प्रिंसिपल वीके मिश्र ने बताया कि पहले दिन बारहवीं के एग्जाम में परीक्षार्थियों का सेंट परसेंट अटेंडेंस रहा।

एग्जाम से पहले पहुंचे सेंटर पर

पहली बार बोर्ड एग्जाम में अपीयर होने दूसरे सेंटर्स पर पहुंचे स्टूडेंट्स के चेहरे पर तनाव साफ दिख रहा था। खास तौर पर 10वीं के स्टूडेंट्स काफी सहमे-सहमे नजर आए। हालांकि दसवीं में कोई बड़ा एग्जाम नहीं था। वहीं बारहवीं के स्टूडेंट्स की परीक्षा भले 10.30 बजे से होनी थी मगर इसके लिए वे सुबह नौ बजे से पहले ही सेंटर्स पर पहुंचे गए थे। कुछ परीक्षार्थी माता-पिता तो कुछ भाई-बहन तो कोई दोस्तों संग सेंटर्स पर पहुंचा था।

पहली बार दिखी पुलिस

सीबीएसई एग्जाम के दौरान सभी सेंटर्स पर पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं। वहीं परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए प्रिंसिपल की दस अलग-अलग टीमें लगाई गई हैं। जिन्होंने विभिन्न एग्जाम सेंटर्स का इंस्पेक्शन किया।

कैमरे की निगरानी में एग्जाम

सीबीएसई में भी पहली बार सीसी कैमरे की निगरानी में परीक्षा कराई जा रही है। इतना ही नहीं सीबीएसई ने सभी सेंटर्स से एग्जाम समाप्ति के दो महीने तक सीसी कैमरे का फुटेज सुरक्षित रखने का निर्देश दिया है। ताकि आवश्यकता पड़ने पर उन्हें देखा जा सके। इस साल दसवीं में सभी स्टूडेंट्स को बोर्ड परीक्षा में सम्मिलित होना है। अब होम एग्जाम का ऑप्शन सीबीएसई ने समाप्त कर दिया है। ऐसे में नौ साल बाद दसवीं की बोर्ड परीक्षा हो रही है। हालांकि सीबीएसई ने दसवीं के स्टूडेंट्स को इस साल बड़ी राहत दे दी है। अब प्रैक्टिकल व रिटेन एग्जाम मिलाकर 33 परसेंट मा‌र्क्स पाने वाले परीक्षार्थी भी पास माने जाएंगे। पहले लिखित व प्रैक्टिकल में अलग-अलग पास होना अनिवार्य था।

परीक्षार्थियों की संख्या

दसवीं - 18,335

बारहवीं - 16,020