- एक दिन पहले दी बिंदुओं की सूची तो दूसरे दिन लेंगे कागजों संबंधित सूचना

- पब्लिक स्कूलों की जांच में प्रशासन सुस्त और दो टीमों ने किया छुट्टी के दिन निरीक्षण

-कहीं लगी सवालों की झड़ी तो कहीं निरीक्षण के नाम पर कुछ भी नहीं

MEERUT पब्लिक स्कूलों के निरीक्षण में आधी अधूरी टीम ही जाने लगी है। टीम का कोई सदस्य अगर स्कूलों के निरीक्षण में रहा, तो वहीं कुछ सदस्यों को स्कूलों के निरीक्षण संबंधित जानकारी भी नहीं रही। सोचने की बात तो यह है कि आखिरकार पूरे सदस्यों के बिना आधी टीम के सदस्यों ने स्कूलों का निरीक्षण कैसे कर लिया है। वहीं एक दिन पहले केवल क्7 बिंदुओं को थमाकर ही निरीक्षण टीम स्कूलों से वापस लौटकर आखिर क्यों आ गई। आखिर पब्लिक स्कूलों का निरीक्षण हो रहा है या निरीक्षण के नाम पर खानापूर्ति।

छुट्टी के दिन हुए निरीक्षण

बता दे कि मंगलवार को तो राज्य सरकार की तरफ से सार्वजनिक अवकाश के चलते अधिकतर स्कूल बंद रहे। मगर बंद स्कूलों में भी दो टीमें जांच के लिए निकली। टीम के आधे सदस्य तो स्कूलों के निरीक्षण के लिए निकले और आधों को तो संबंधित जानकारी तक नहीं रही। विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार तो सिविल लाइन, नौचंदी व मेडिकल क्षेत्र की टीम में तो कुछ प्रशासनिक सदस्यों को पता तक नहीं था कि स्कूलों में निरीक्षण के लिए उनकी टीम आज निकली है। उधर अन्य अधिकारियों ने दो-तीन स्कूलों को जांच संबंधित क्7 बिंदु देकर अगले दिन उनके कागज देने को कह दिया गया।

यहां यहां हुआ निरीक्षण

मंगलवार को केवल शताब्दी नगर इलाके के सिटी लुक्स और पे्रसीडेंसी स्कूल का निरीक्षण किया गया। इन स्कूलों में कुछ बच्चों से बातचीत करने के बाद यह स्कूल में जेनरेटर न होना, बिजली की ठीक व्यवस्था न होना जैसी कुछ गड़बडि़यां पाई गई। वहीं सिविल लाइन, नौचंदी व मेडिकल क्षेत्र में केएल इंटरनेशनल एवं एमपीजीएस स्कूल का निरीक्षण हुआ है। हालांकि अभी दोनों स्कूलों से संबंधित कागजों की जांच नहीं हुई है।

स्कूलों को निरीक्षण करते समय हर तरह की जांच की जा रही है। टीम द्वारा सभी तरह के कागजों को गौर से देखा जा रहा है। अगर कोई कागज नहीं मिलते हैं तो स्कूलों से उसे अगले दिन दिखाने की मोहलत भी दी जा रही है।

शिव कुमार ओझा, डीआईओएस