आगरा। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड सीबीएसई दसवीं का रिजल्ट यूं तो मंगलवार शाम चार बजे घोषित होना था। जिसको लेकर स्टूडेंट्स बार बार वेबसाइट चेक कर रहे थे। लेकिन शाम चार बजे से पहले ही दोपहर ढाई बजे रिजल्ट को वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया। रिजल्ट देखने के बाद छात्र खुशी से झूम उठे। स्टूडेंट्स ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता पिता और अपने गुरूजनों को दिया।

ग्रेडिंग नहीं प्रतिशत में आया रिजल्ट

सीबीएसई बोर्ड का रिजल्ट इस बार ग्रेडिंग की बजाए अंको में आया। प्रतिशत को लेकर स्टूडेंट्स में खासा उत्साह रहता है। ऐसे में स्टूडेंट्स के बीच प्रतिशत को जानने की जिज्ञासा रही। स्टूडेंट्स ने खुद ही नंबरों को जोड़ कर स्कूल लेवल पर अपनी रैंक जानने की कोशिश में लगे रहे।

सेल्फी लेकर मनाई खुशी

स्टूडेंट्स अपना रिजल्ट जानने के लिए स्कूल परिसर पहुंचे। स्कूलों की तरफ से भी छात्रों को रिजल्ट जानने की व्यवस्था की गई थी। रिजल्ट आने के मौके पर एक बार फिर छात्र एक जुट हुए। स्टूडेंट्स ने रिजल्ट जानने के बाद एकदूसरे के साथ सेल्फी ली और पास होने की खुशी मनाई।

कार बनाना चाहती है होनहार ऐश्वर्या

मां नुपूर अग्रवाल पिता विकास अग्रवाल की एकलौती लाडली बिटिया ऐश्वर्या अग्रवाल दिल्ली पब्लिक स्कूल शास्त्रीपुरम की दसवीं की छात्रा है। ऐश्वर्या ने 98 प्रतिशत अंको के साथ शहर में टॉप किया है। एश्वर्या की मां ने बताया कि बिटिया जो भी काम करती है। पूरी लगन के साथ करती है। साथ ही उसको क्रि केट, शतरंज में शौक है। ऐश्वर्या का फेवरेट सबजेक्ट फिजिक्स है और ऐश्वर्या खुद की डिजाइन की हुई एक कार बनाना चाहती है। एश्वर्या का कहना है कि आज लड़की लड़को के बराबर काम कर सकती है। बल्कि उनसे बेहतर ही कर सकती है.ऐश्वर्या अभी आईआईटी की कोचिंग ले रही है।

इंजीनियर बनना चाहती है टॉपर श्वेता

शहर में सीबीएसई दसवी में टॉप करने वाली दूसरे पहली टॉपर श्वेता सिंह जीडी गोयंका स्कूल की छात्रा है। श्वेता के भी 98 प्रतिशत अंक आए है। श्वेता की इस उपलब्धि से श्वेता की मां ललिता सिंह और पिता धर्मवीर सिंह फूले नही समां रहे है। श्वेता ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय अपने मां पिता और टीचर्स को दिया है। श्वेता कहती है कि टीचर्स हमारी सारी दुविधाओं को दूर करते है लेकिन मेहनत तो हमको खुद ही करनी होती है। सोशल मीडिया को उपयोगी बताते हुए कहती है कि अगर प्रोडक्टिव वे में सोशल मीडिया का प्रयोग किया जाए तो हमारे लिए बहुत बेहतर होता है। इंजीनियर बनना का सपना लिए श्वेता आईआईटी की पढ़ाई में अभी से जुट गई है।

एस्ट्रोनामी में भविष्य संवारे का है सपना

सीबीएसई बोर्ड दसवीं में 97.8 प्रतिशत अंकों के साथ दूसरा स्थान प्राप्त करने वाले गायत्री पब्लिक स्कूल के रोहन सिंह रहे। एस्ट्रॉनामी में रूचि रखने वाले रोहन ने कहा कि किसी भी काम को करने के लिए आपका डेडीकेशन बेहद जरूरी है। फैमली और टीचर्स के सपोर्ट के साथ उन्होनें यह उपलब्धि हासिल की है। रोहन सोशल मीडिया से दूर रहना ज्यादा पसंद करते है। रोहन का बताते है कि हर चीज को जरूरत के हिसाब से ही प्रयोग करना चाहिए। बेटे की कामयाबी से मां गीता और पिता कृष्ण कुमार फू ले नहीं समां रहे।