480 स्कूलों में चल रहा मलेरिया विभाग का अभियान

345 स्कूलों में चलाया जा चुका है जागरूकता अभियान

130 स्कूल अलग- अलग बोर्ड के शहरी क्षेत्र के शामिल

250 स्कूलों में अभियान चलाया गया है ग्रामीण क्षेत्र में

16 दिन में तैयार हो जाता है डेंगू का मच्छर

बोर्ड ने जारी की स्कूलों के लिए गाइडलाइन, स्वास्थ्य विभाग की ली जाएगी मदद

बच्चों को सही जानकारी देंगे स्कूल संचालक

Meerut। डेंगू-चिकनगुनिया जैसे खतरनाक वैक्टर बॉर्न डिजीज से बच्चों को बचाने का बीड़ा अब स्कूल खुद उठाएंगे। स्कूलों में इसके लिए अब अलग से अवेयरनेस प्रोग्राम ऑर्गनाइज होंगे। इसके अलावा पेरेंट्स को भी इन बीमारियों से बचाव की जानकारी दी जाएगी। बच्चों को अवेयर करने के लिए स्कूल स्वास्थ्य विभाग की मदद लेंगे।

पीटीएम में देंगे जानकारी

वैक्टर बॉर्न डिजीज से बच्चों को बचाने के लिए स्कूल संचालक सुबह एसेंबली में इस बारे में जानकारी देंगे। इसके अलावा पेरेंट्स-टीचर्स मीटिंग में भी पेरेंट्स को जानकारी दी जाएगी। वहीं एसएमएस और व्हाट्सऐप पर भी उनको मैसेज भेज कर अलर्ट किया जाएगा। वहीं बच्चों को फुल स्लीव्ज के कपड़े पहनने के निर्देश भी दिए जाएंगे।

480 स्कूलों में अभियान

जिला स्तर पर चल रहे संचारी रोगों की रोकथाम अभियान के तहत जिला मलेरिया विभाग की ओर से करीब 345 स्कूलों में जागरूकता अभियान चलाया जा चुका है। इसके तहत शहरी क्षेत्र के अलग-अलग बोर्ड के 130 स्कूल इसमें शामिल हुए हैं जबकि ग्रामीण क्षेत्र के 250 स्कूलों में अभियान चलाया गया है। जबकि अन्य स्कूलों में भी विभाग की ओर से अभियान चलाया जा रहा है।

16 दिन में तैयार हो जाता है मच्छर

गौरतलब है कि डेंगू मादा मच्छर एडीज आएजेप्टी के काटने से होता है। ये मादा मच्छर दिन में ही काटती है। बरसात के दिनों में साफ पानी मिलते ही इसका एग एक्टिव हो जाता है। दो-तीन में दिन में लार्वा बन जाता है। जबकि एक हफ्ते में प्यूपा तैयार हो जाता है। जबकि इतने ही दिन की साइकिल के बाद प्यूपा एडल्ट होते की काटने लायक हो जाता है। मलेरिया अधिकारियों के मुताबिक लार्वा बनने की स्टेज तक ही इसे नष्ट किया जा सकता है। प्यूपा बनने का बाद इसे रोकना मुश्किल होता है।

स्कूल स्तर पर बच्चों को वैक्टर बॉर्न डिजीज की जानकारी दी जाएगी। इसके अलावा जिला मलेरिया विभाग के तत्वावधान में भी स्कूलों में अभियान चल रहा है।

राहुल केसरवानी, सहोदय सचिव

स्कूलों में लगातार एक्टिविटीज की जा रही हैं। जुलाई महीने में लगभग सभी स्कूलों को कवर किया जाएगा। ज्यादा से ज्यादा जागरूकता कैंप लगाए जा रहे हैं।

सत्यप्रकाश, डीएमओ,मेरठ।