RANCHI: सेन्ट्रल कोलफिल्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) ने उत्पादन के क्षेत्र में अपना स्वर्णिम दौर अक्षुण्ण रखते हुए इस वर्ष भी 41.65 मिलियन टन कोयला उत्पादन कर 12 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। साथ ही साथ ओबी रिमूवल में भी 7 प्रतिशत की वृद्धि हासिल करते हुए 72.7 मिलियन क्यूबिक मीटर ओवर बडर्ेंन की निकासी की है। सीसीएल 'पावर फॉर ऑल' के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को साबित करते हुए पावर क्षेत्र में 3 प्रतिशत की बढ़ोतरी हासिल की और 38.4 मिलियन टन कोयला की आपूर्ति बिजली क्षेत्र को की गई। इसी कड़ी में सीसीएल ने प्रथम तीन तिमाही में 7.4 मिलियन टन का स्टॉक लिक्विडेशन किया है। सीसीएल को इस वित्तीय वर्ष में आईएमएस द्वारा आईएसओ 9001,14001 एवं ओएचएसएएस 18001 से प्रमाणित किया गया है, जो हम सभी के लिए गर्व की बात है।

बालूमाथ, बुकरू एवं फुलबसिया साइडिंग से लोडिंग

कोयला ट्रांसपोर्टेशन एवं अन्य बुनियादी ढांचे से संबंधित बाधाओं को दूर करने के उद्देश्य से सीसीएल प्रबंधन द्वारा इस दिशा में अन्य राज्य एजेंसियों के सहयोग से सतत प्रयास किया गया। इसके लिए बालूमाथ, बुकरू एवं फुलबसिया साइडिंग से लोडिंग शुरू कर दी गई है। साथ ही बिराटोली एवं शिवपुर साइडिंग से लोडिंग जल्द ही शुरू कर दी जाएगी। कंपनी द्वारा वित्तीय वसूली में पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में नवम्बर तक 22 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।

ईको पार्क में लगाए जा रहे लाखों पौधे

एक जिम्मेदार सार्वजनिक उपक्रम की भूमिका निभाते हुए सीसीएल द्वारा पर्यावरण, संरक्षण एवं प्रदूषण नियंत्रण की दिशा में विभिन्न कदम उठाए गए हैं। सीसीएल द्वारा प्रदूषण नियंत्रण हेतु नवीनतम तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। सीसीएल के सभी कमांड क्षेत्रों में ईको पार्क स्थापित किए जा रहे हैं व वृहद स्तर पर पौधरोपण किया जा रहा है।

रोजगार के क्षेत्र में तेज वृद्धि

सीसीएल ने पिछले साढ़े चार वषरें में 3761 (तीन हजार सात सौ एकसठ) युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया है और आने वाले वषरें में भी रोजगार सृजन एवं कौशल विकास योजनाओं के माध्यम से देश के युवाओं के लिए अवसर प्रदान करता रहेगा।