प्वाइंट

-557 सीसीटीवी कैमरे

-125 प्वाइंट चिह्नित

-33 जाम प्वाइंट

-8 प्वाइंट फ‌र्स्ट फेज

-13 प्वाइंट सेकेंड फेज

-स्मार्ट सिटी के तहत 125 प्वाइंट पर लगाए जाएंगे कैमरे

-ट्रैफिक के साथ-साथ क्राइम और लॉ एंड ऑर्डर में भी इस्तेमाल

बरेली-ट्रैफिक जाम से जूझ रहे शहर को स्मार्ट प्लान से इस समस्या से निजात मिल जाएगी। स्मार्ट सिटी योजना के तहत पूरा शहर सीसीटीवी सर्विलांस कैमरों की जद में आ जाएगा। शहर में 557 सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए 125 प्वाइंट चिह्नित कर लिए गए हैं। स्मार्ट सिटी के तहत काम कर रही कंपनी के प्रतिनिधि ने एसपी सिटी के साथ बैठक कर प्लान तैयार कर लिया है। फ‌र्स्ट फेज में शहर के 33 जाम प्वाइंट में से 8 प्वाइंट पर कैमरे लगाने का काम जल्द ही शुरू हो जाएगा।

फ‌र्स्ट फेज में यह प्वाइंट चिह्नित

स्मार्ट सिटी के तहत काम कर रही कंपनी ने फ‌र्स्ट फेज में ट्रैफिक पुलिस की हेल्प से 8 प्वाइंट चिह्नित किए हैं। इससे शहर के अंदर और बाहर के मेन रोड के प्वाइंट कवर हो रहे हैं। इनमें चौकी चौराहा, अयूब खां चौराहा, किला क्रासिंग, सेलेक्शन प्वाइंट चौराहा, सूद धर्मकांटा, सैटेलाइट बस अड्डा, बीसलपुर चौक और डेलापीर तिराहा हैं। इन प्वाइंट पर सीसीटीवी कैमरे लगाने का जल्द ही टेंडर किया जाएगा। उम्मीद है कि डेढ़ से 2 महीने में इन प्वाइंट पर कैमरे लग जाएंगे।

सेकेंड फेज की भी तैयारी

फ‌र्स्ट फेज के बाद तुरंत सेकेंड फेज का काम शुरू हो जाएगा। इसकी भी तैयारी कर ली गई है। कंपनी की ओर से चिह्नित 33 जाम प्वाइंट की लिस्ट में दूसरे फेज के लिए 13 प्वाइंट भी एसपी ट्रैफिक की हेल्प से फाइनल कर लिए हैं। सेकेंड फेज में बरेली कॉलेज चौक, बियावान कोठी चौक, सर्किट हाउस चौक, सिटी सब्जी मंडी, कोहाड़ापीर तिराहा, कुतुबखाना तिराहा, मालियों की पुलिया, मिनी बाईपास तिराहा, परसाखेड़ा बाईपास, संजय नगर तिराहा, सुरेश शर्मा नगर, इज्जतनगर स्टेशन रोड हैं।

सभी प्वाइंट पर पीटीजेड कैमरा

सभी प्वाइंट पर फिक्स कैमरे के साथ पीटीजेड कैमरे भी लगाए जाएंगे। इन कैमरों से पैन, टिल और जूम करके तस्वीर देखी जा सकेंगी। यह कैमरे किसी भी दिशा में यानी दाएं, बाएं, आगे-पीछे और ऊपर-नीचे की भी तस्वीरें ले सकेंगे। सभी प्वाइंट पर 1 या 2 पीटीजेड कैमरे लगाए जाएंगे। इसके अलावा प्वाइंट की सेंसटिविटी के आधार पर फिक्स कैमरे लगाए जाएंगे। कई प्वाइंट पर अधिकतम 6 तो कई प्वाइंट पर कम से कम 2 कैमरे जरूर लगाए जाएंगे।

ट्रैफिक सिग्नल का बढ़ जाएगा

इन कैमरों का इस्तेमाल तभी अच्छे से होगा, जब चौराहों पर लेन बनेंगी। इसके लिए चौराहों को भी मॉर्डन बनाने की योजना चल रही है। फ‌र्स्ट फेज में डेलापीर चौराहे को डेवलप किया जा रहा है। इन कैमरों के जरिए शहर पर नजर रखने के लिए कंट्रोल कमांड रूम एक ही स्थान पर बनाया जाएगा। इन सभी कैमरों की एक ही जगह से निगरानी होगी। जिस भी प्वाइंट पर ट्रैफिक का दबाव होगा तो वहां के रेड सिग्नल के टाइम को घटा और बढ़ा दिया जाएगा। इसके अलावा ट्रैफिक को डायवर्ट भी किया जा सकेगा।

फोटो चालान भी किया जाएगा

इन कैमरों की मदद से ट्रैफिक सिग्नल ब्रेक करने वालों पर भी नजर रखी जाएगी। कैमरों से तस्वीर लेकर वाहन के नंबर से घर पर फोटो चालान भी भेज दिया जाएगा। इसके अलावा बड़ी वारदात होने पर इन कैमरों की मदद से भी क्रिमिनल की पहचान की जा सकेगी। शहर सेंसटिव है, ऐसे में बवाल करने वाले, धरना प्रदर्शन करने वालों व जुलूसों पर भी नजर रखी जा सकेगी।

अभी सिर्फ एक चौराहे पर नजर

शहर में अभी ट्रैफिक पुलिस की ओर से सिर्फ एक ही चौराहे यानी चौपुला चौराहे पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। यह कैमरे फिक्स हैं और इनकी मॉनिटरिंग एसपी ट्रैफिक ऑफिस से होती है, लेकिन इनका कभी भी ट्रैफिक कंट्रोल में इस्तेमाल नहीं हो सका है। इसके अलावा चौकी चौराहा, अयूब खां चौराहा, सैटेलाइट चौक, कुतुबखाना पर भी सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, लेकिन यह सभी फिक्स कैमरे हैं और इनकी मॉनिटरिंग एक ही जगह पर होती है। इनमें से कई कैमरे खराब ही रहते हैं और इनका इस्तेमाल सिर्फ क्राइम और लॉ एंड ऑर्डर में ही इस्तेमाल होता है।

स्मार्ट सिटी के तहत ट्रैफिक मैनेजमेंट भी बेहतर तरीके से किया जाएगा। इसके लिए शहर के कई प्वाइंट पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। फ‌र्स्ट और सेकेंड फेज में कैमरे लगाने की जगह निर्धारित कर दी गई हैं।

सुभाष चंद गंगवार, एसपी ट्रैफिक