-दिल्ली में आतंकी घुसे, बरेली में सब बेखबर

-जंक्शन पर न जवान और न मेटल डिटेक्टर

BAREILLY: पंजाब में संत निरंकारी समागम स्थल में ग्रेनेड अटैक के बाद पूरे देश में अलर्ट जारी है। दिल्ली में दो आतंकी भी घुस चुके हैं, लेकिन बरेली में अफसर बेखबर हैं। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने वेडनसडे को बरेली जंक्शन, प्रमुख बाजार, कचहरी और मॉल में सुरक्षा का रियलिटी चेक किया, तो जंक्शन और बाजार में सुरक्षा को लेकर बड़ी चूक सामने आयी। पढि़ए रिपोर्ट

एसपी ऑफिस के कैमरे खराब

दोपहर के वक्त सिविल लाइंस और कुतुबखाना मार्केट में काफी भीड़ थी। यहां सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। ताकि, कंट्रोल रूम में बैठे पुलिसकर्मी की नजर हर गतिविधि पर हो। नॉवेल्टी चौराहे पर लगे कैमरों की दिशा न सिर्फ भटकी हुई थी। बल्कि यह काम भी नहीं कर रहे थे। इन कैमरों की निगरानी एसपी सिटी ऑफिस से होती है। हैरानी की बात यह रही कि एसपी सिटी को ही नहीं पता कि उनके यहां से मॉनीटरिंग और रिकॉर्डिग वाले एक भी कैमरे वर्क नहीं कर रहे हैं। ऐसे में, सुरक्षा की बात करना बेमानी ही है।

सिक्योरिटी के लिहाज से सीसीटीवी कैमरे अहम होते हैं। बरेली पुलिस की ओर से शहर के प्रमुख चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, लेकिन कैमरे कैसे चल रहे हैं, इसका हाल ऊपर वाला ही देख रहा है। कुतुबखाना चौक, चौपुला चौक, नॉवेल्टी चौक पर लगे कैमरे मार्केट एरिया को भी कवर करते हैं लेकिन जब शहर के मुखिया के ऑफिस के बाहर के कैमरों का हाल खराब हो तो और जगह का क्या कहना। नॉवेल्टी चौक पर लगे कैमरों की मॉनीटरिंग व रिकॉर्डिग एसपी सिटी ऑफिस से की जाती है, लेकिन जब से एसपी सिटी ने ऑफिस का रेनोवेशन कराया तब से कैमरे वर्क ही नहीं कर रहे हैं। इसकी खबर एसपी सिटी को खुद ही नहीं है।

मेंटीनेंस की वजह से कैमरों की मॉनिटरिंग नहीं हो पा रही थी। शहर के सभी चौराहों पर कैमरे सही कराए जा रहे हैं। पुलिस को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं।

अभिनंदन सिंह, एसपी सिटी

मार्केट में पुलिस का नहीं मूवमेंट

किसी भी शहर में सबसे ज्यादा भीड़ मार्केट में होती है। बरेली में सिविल लाइंस से लेकर कुतुबखाना तक मार्केट हैं और यहां रोजाना लाखों की संख्या में लोगों का आवागमन होता है। मार्केट में सुरक्षा के कोई भी पुख्ता इंतजाम नहीं है। करीब डेढ़ किमी के रास्ते में सिविल लाइंस और कुतुबखाना चौकी है। कोतवाली थाना और एसपी सिटी का ऑफिस भी है, लेकिन इन सभी जगहों पर पुलिस सिर्फ चौकी-थाने में ही नजर आती है। मार्केट में किसी भी पुलिसकर्मी की विजिट नहीं रहती है। कई बार तो चौकियों से भी पुलिस गायब हो जाती है।

पुलिस को और एक्टिव रहने की जरूरत है। ताकि आतंकवादी घुसपैठ ही नहीं कर सके। इसके लिए सुरक्षा व्यवस्था और भी कड़ी होनी चाहिए।

नरेन्द्र गुप्ता, व्यापारी

आतंकवादियों की घुसपैठ मतलब सुरक्षा में बड़ी चूक है। मार्केट में भी सिक्योरिटी के इंतजाम पुख्ता नहीं हैं। पुलिस अलर्ट होनी चाहिए।

सतनाम सिंह, व्यापारी

जंक्शन की सुरक्षा भगवान भरोसे

रेलवे जंक्शन का हाल तो सबसे ज्यादा बुरा है। यहां वैसे तो एंट्री के कई ऐसे लूज प्वाइंट हैं, लेकिन मेन गेट का ही हाल खराब है। यहां न तो मेन गेट पर डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर लगा है और न ही कोई जवान चेकिंग के लिए खड़ा होता है। जीआरपी थाने के पास से ही बाहर से, रिजर्वेशन सेंटर से और फुटओवर ब्रिज से कोई भी प्लेटफॉर्म पर पहुंच सकता है। इन रास्तों से कोई भी आसानी से हथियार जंक्शन पर लेकर पहुंच सकता है। यहां सीसीटीवी कैमरे तो लगाए गए हैं लेकिन इनकी कोई मॉनिटरिंग करने वाला नहीं है।

जंक्शन पर कभी-कभी चेकिंग होती है लेकिन आज किसी ने कोई चेकिंग नहीं की। सिक्योरिटी के इंतजाम होने चाहिए।

बबलू वर्मा, पैसेंजर

मैं तो अक्सर जंक्शन से जाता हूं लेकिन कभी कोई चेकिंग नहीं होती है। मेन गेट पर न तो मेटल डिटेक्टर था और न ही कोई जवान मौजूद था।

विश्वनाथ प्रताप यादव