बच्चों को बांटी थी सीडी

रेप केस में फंसे आसाराम बापू का नेशनल हाइवे के पास आश्रम है। इसमें संत श्री आसाराम प?िलक स्कूल भी संचालित है। आसाराम रेप केस में जेल चले गए तो स्कूल प्रबंधन ने इंटर स्कूल ड्रॉइंग कॉम्पटीशन के दौरान स्कूली बच्चों के हाथों में रेप केस में सफाई से रिलेटेड सीडी बांटी गई थी।

सोशल एक्टिविस्ट ने की कंप्लेन

जयहिंद नवयुवक विकास समिति लकावली के सेक्रेट्री ओमप्रकाश राजपूत ने इस मामले में राष्ट्रीय बाल अधिकार आयोग से कंप्लेन की है। राजपूत का कहना है कि स्कूल प्रबंधन द्वारा रेप जैसे मामले से जुड़ी सीडी बच्चों को देना बाल अधिकारों का हनन है। बच्चों का मन बहुत ही कोमल होता है। आसाराम स्कूल की ओर से बच्चों के हाथों में इस तरह से आपत्तिजनक सीडी दिया जाना बाल अधिकारों का अपने आप में हनन है।

आ सकती है आयोग की टीम

कंप्लेन करने वाले सोशल एक्टिविस्ट का कहना है कि प्रशासन ने इस मामले में एक्शन नहीं लिया इसलिए उन्होंने राष्ट्रीय बाल अधिकार आयोग के यहां कंप्लेन की है। राष्ट्रीय बाल अधिकार आयोग की कंप्लेन सेल की कोआर्डिनेटर साइस्ता का कहना है कि कंप्लेन पर आयोग सीरियस है। मामले की जांच के लिए आयोग टीम आ सकती है।

ओमप्रकाश राजपूत, सोशल एक्टिविस्ट  

रेप के आरोपी के फेवर में जिस तरह से स्कूली बच्चों को सीडी बांटी गई है, यह बाल अधिकारों का हनन है। इसीलिए इस सीरियस इश्यु पर हमने बाल अधिकार आयोग का दरवाजा खटखटाया है।

श्रवण कुमार, सोशल एक्टिविस्ट  

बच्चों के हाथों में रेप केस में आसाराम के बचाव के लिए स्कूल प्रबंधन की ओर से सीडी थमाई गईं थीं, ये बहुत ही गलत है। निश्चित तौर पर इस मामले में बाल अधिकार आयोग संज्ञान लेकर एक्शन लेगा।

संजय तोमर, प्रेसीडेंट अप्सा

आसाराम रेप केस से रिलेटेड सीडी स्कूली बच्चों को दी गयी थी। दूसरे स्कूल के टीचर्स को जब ये बात पता लग गयी थी। टीचर्स ने सीडी बच्चों के हाथों से ले भी ली थीं। इस मामले में अप्सा की ओर से आसाराम स्कूल प्रबंधन के सामने अपना एतराज भी व्यक्त किया जा चुका है.