एक्सक्लूसिव

-बार-बार पेपर आउट होने की समस्या से बचने के लिए सीबीएसई का बड़ा कदम, एग्जाम शुरू के ठीक पहले सेंटर के लॉग इन पर अपलोड होगा पेपर

-देश में पहली बार कोई एकेडमिक बोर्ड इस तरह का सिस्टम शुरू करने जा रहा है, बच्चों और स्कूल प्रिंसिपल्स ने दी सकारात्मक प्रतिक्रिया

KANPUR: बार-बार पेपर आउट होने से कॉम्पटेटिव एग्जाम कराने वाली संस्थाओं के साथ एकेडमिक बोर्ड भी पेरशान हैं। पेपेर आउट होने और उसे दोबारा कराने में करोड़ों रुपए खर्च होने के साथ ही स्टूडेंट्स को भी टेंशन लेनी पड़ती है। इससे बचने के लिए सीबीएसई ने बड़ा कदम उठाया है। बोर्ड अब परीक्षा केन्द्रों पर एग्जाम पेपर ऑनलाइन भेजने की तैयारी कर रहा है। हालांकि, अभी यह तय नहीं है कि पेपर डाउनलोड करने के बाद स्टूडेंट्स को इसे किस तरह दिया जाएगा? पेपर की फोटोकॉपी या फिर प्रिंटआउट या कोई अन्य तरीका होगा।

कानपुर में 20 सेंटर्स पर

कानपुर सिटी में सीबीएसई बोर्ड के करीब 120 पब्लिक स्कूल संचालित हो रहे हैं जिसमें कि हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के 30 हजार से जयादा स्टूडेंट्स बोर्ड परीक्षा में भाग लेंगे। सीबीएसई बोर्ड सिटी के करीब 20 स्कूलों में अपनी बोर्ड परीक्षाएं आयोजित करवाता है। सबसे बड़ी दिक्कत की बात ये है कि पूरे देश में किसी भी सेंटर से पेपर आउट होने पर सोशल मीडिया के जरिए कुछ ही देर में यह पूरे देश में सर्कुलेट हो जाता है। जिसे रोक पाना असान नहीं होता है। सिवाए पेपर कैंसिल कर दोबारा कराने के।

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दो पेपर हुए थे आउट

अगर लास्ट इयर के एग्जाम की बात करें तो सीबीएसई के दो पेपर आउट होने के बाद सोशल मीडिया पर वायरल हो गए थे। इनमें हाईस्कूल का मैथ्स का पेपर और इंटरमीडियट का इकोनॉमिक्स का पेपर आउट हो गया था। जिससे बोर्ड की टेंशन बढ़ गई थी। आखिर में इकोनॉमिक्स का पेर कैंसिल कर दोबारा कराना पड़ा था। बोर्ड चाहता है है कि अगर ये नौबत हर साल आई तो काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। इसलिए बोर्ड कई विकल्पों पर विचार कर रहा था। जिसमें अब पेपेर ऑनलाइन सेंटर पर भेजने का फैसला लिया है। सीबीएसई देश में पहला ऐसा बोर्ड होगा जो इस तरह का सिस्टम अडॉप्ट करने जा रहा है।

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सर्वर डाउन की टेंशन

सीबीएसई ने इयर 2018-19 के टेंथ व ट्वेल्थ के बोर्ड एग्जाम की तैयारियां तेजी से शुरू कर दी हैं। क्वेश्चन पेपर को ऑनलाइन सेंटर पर भेजने और डाउनलोड करके स्टूडेंट्स को देने के सिस्टम पर प्रिंसिपल्स के मन में कई सवाल भी उठ रहे हैं। वो सिस्टम का विरोध तो नहीं कर रहे हैं लेकिन उनका कहना है कि अगर सर्वर डाउन हो गया तो कोई दूसरी तकनीकी समस्या आई तो फिर पेपर कैसे कराए जाएंगे। साथ ही पेपर डाउनलोड करने के बाद उसे स्टूडेंट्स को किस तरह दिया जाएगा? फोटोकॉपी करवाकर या प्रिंटआउट लेकर, इसके बारे में अभी स्पष्ट नहीं है। हालांकि खुलकर अभी कोई कुछ कहने को तैयार नही है।

वर्जन

सीबीएसई बोर्ड पहली बार बोर्ड के क्वेश्चन पेपर्स ऑनलाइन भेजने का सिस्टम बना रहा है। सेंटर पर ही पेपर को डाउनलोड करके स्टूडेंट्स को दिया जाएगा। पेपर आउट न हो जिसकी वजह से पहली बार इस तरह का प्रयोग बोर्ड करेगा।

बलविन्दर सिंह, सिटी कोऑर्डिनेटर सीबीएसई