VARANASI

आयुर्वेद की शिक्षा को वैज्ञानिकता की कसौटी पर कसने के लिए बीएचयू ने खास तैयारी की है। जी हां, बीएचयू के आयुर्वेद फैकल्टी में एक ऐसा लैब स्थापित किया जा रहा है जहां आयुर्वेद के मौलिक सिद्धांतों का वैज्ञानिक विश्लेषण संभव हो सकेगा। मंगलवार को यह जानकारी आयुर्वेद फैकल्टी के डीन प्रो। यामिनी भूषण त्रिपाठी ने बीएचयू के मीडिया सेंटर में मीडिया पर्सस को दी। उन्होंने बताया कि दो करोड़ की लागत वाले इस लैब के संचालन से पूरी दुनिया में आयुर्वेदिक दवाओं को लेकर लोगों में एक सकारात्मक माहौल पैदा किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि लैब को अत्याधुनिक उपकरणों से लैस किया जायेगा।

 

बरकछा में नैचुरोपैथी क्लिनिक

उन्होंने बताया कि राजीव गांधी साउथ कैंपस बरकछा में संचालित हो रहे नैचुरोपैथी कोर्स में एक क्लिनिक भी शुरू किया जायेगा। आरोग्यधाम गोरखपुर व बंगलूरू की तर्ज पर यहां भी मरीज की चिकित्सा की जायेगी। तकरीबन फ्0 हजार महीने के पैकेज में मरीज को रहने, खाने व उसकी चिकित्सा की पूरी व्यवस्था दी जायेगी। बताया कि क्7 अक्टूबर को धनतेरस के दिन आयुर्वेद दिवस मनाने का निर्णय सेंट्रल गवर्नमेंट ने लिया है। इस अवसर पर आयुर्वेद फैकल्टी के टीचर्स एक विशेष संवाद कार्यक्रम का आयोजन करेंगे। आयुर्वेद फैकल्टी की बिल्डिंग व उपकरणों के मरम्मत आदि के लिए धन की व्यवस्था की जा रही है। जल्दी ही यह काम शुरू हो जायेगा।

 

 

बनायी जायेगी डॉक्यूमेंट्री

बीएचयू में आयुर्वेद के इतिहास पर स्थायी प्रदर्शनी लगाने व एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनाने का भी प्रस्ताव है। विजुअल आ‌र्ट्स फैकल्टी के सहयोग से बनने वाले इस डॉक्यूमेंट्री के ख्0क्8 तक पूरा हो जाने की आशा है। डॉक्यूमेंट्री में आयुर्वेद के इतिहास से लेकर वर्तमान में चल रहे रिसर्च की जानकारी दी जायेगी। इसके साथ ही आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए सरकारी स्तर पर किये जा रहे प्रयास भी बताये जायेंगे।

 

-दो करोड़ की लागत वाले लैब में आयुर्वेद की शिक्षा को वैज्ञानिक कसौटी पर कसने की तैयारी

-राजीव गांधी साउथ कैंपस में शुरू होगा आरोग्यधाम क्लिनिक