- आवास आयुक्त ने दिया व्यापारियों को कंपाउंडिंग का अवसर

- व्यापारियों ने बाजार बंद कर जताया विरोध

मेरठ। शास्त्रीनगर सेंट्रल मार्केट ध्वस्तीकरण मामले में सोमवार को आवास आयुक्त ने ध्वस्तीकरण तिथि को आगे बढ़ाते हुए व्यापारियों को राहत दी है। आवास आयुक्त ने व्यापारियों को कंपाउंडिंग का अवसर प्रदान करते हुए नियमानुसार कंपाउंडिंग के लिए आवेदन देने के लिए आदेशित किया है। वहीं सोमवार को ध्वस्तीकरण के विरोध में सेंट्रल मार्केट के व्यापारियों ने बाजार बंद कर अपना विरोध जताया।

व्यापारियों का विरोध

ध्वस्तीकरण के विरोध में सोमवार से शुरु हुए व्यापारियों के विरोध प्रदर्शन के पहले दिन सेंट्रल मार्केट में अधिकतर दुकानों के शटर डाउन रहे। व्यापारियों ने पूरा बाजार बंद कर अपना विरोध जताया। दिनभर मार्केट परिसर में व्यापारियों की बैठक और मांगों को लेकर प्रदर्शन जारी रहा। इस बीच संघर्ष समिति के सदस्यों ने शास्त्रीनगर में खुली दुकानों को बंद कराकर अन्य व्यापारियों से सहयोग की अपील की।

बाजार में सन्नाटा

अक्टूबर माह त्योहारों का सीजन है। ऐसे में इस माह के लिए सेंट्रल मार्केट में डेकोरेशन की जाती है। लेकिन इस बार त्योहारों के सीजन से पहले ही बाजार में सन्नाटा पसर गया है। ध्वस्तीकरण के विरोध के चलते पूरे मेन मार्केट से लेकर गलियों तक में दुकानें बंद रही।

बंद कराई दुकानें

दोपहर के समय सेंट्रल मार्केट संघर्ष समिति के सदस्यों ने शास्त्रीनगर में खुली हुई दुकानों पर जाकर बंद कराया। इस दौरान व्यापारियों की आपस में बहस भी हुई और बंद में समर्थन देने के लिए व्यापारियों से अपील की गई।

दुकानों की हुई नपाई

ध्वस्तीकरण के लिए आदेशित प्लॉट संख्या 661 की नपाई के लिए सोमवार को आवास विकास और पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों की टीम सेंट्रल मार्केट पहुंची और दुकानों को निरीक्षण किया।

आवास आयुक्त ने व्यापारियों को कंपाउंडिंग का अवसर देते हुए फिलहाल 27 सितंबर को ध्वस्तीकरण का आदेश टाल दिया है। अगली तिथि की घोषणा अभी नहीं की गई है।

- एसपी एन सिंह, अधीक्षण अभियंता

पूर्व विधायक लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने व्यापारियों के पक्ष में आवास आयुक्त से मांग की थी। उनके आग्रह पर 27 सितंबर की तिथि को आगे बढ़ाया गया है, लेकिन व्यापारियों का विरोध जारी रहेगा।

- किशोर वाधवा, सेंट्रल मार्केट एसोसिएशन अध्यक्ष

इतिहास

- 1989 में शास्त्रीनगर सेंट्रल मार्केट में मात्र छह दुकानों के साथ छोटे से बाजार की शुरुआत हुई थी।

- 1992-93 में आवास विकास ने शास्त्रीनगर में करीब 25 दुकानों को बनाकर दिया।

- सेंट्रल मार्केट में फिलहाल 777 से अधिक अधिक दुकानें हैं।

- 2013 सितंबर में पहली बार आवास विकास ने अवैध दुकानों को संज्ञान लेते हुए ध्वस्तीकरण का नोटिस जारी किया था।

- दिसंबर 2014 के अंत तक हाईकोर्ट ने अवैध निर्माण ध्वस्त करने का आदेश दिया था।

- 30 दिसंबर 2014 को ध्वस्तीकरण के लिए पहुंची टीम ने व्यापारी व राजनेताओं का उग्र रवैया देख कार्रवाई से हाथ खींच लिए थे।

- हाईकोर्ट के आदेश के विपरीत सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी डाली गई, जिस पर स्टे जारी हो गया।

- स्टे के बाद गत माह आरटीआई से 661/6 पर स्टे ना होने का मुददा उठाया गया। इसके बाद कोर्ट ने ध्वस्तीकरण के आदेश जारी किए।