पूरी तरह से होगी लॉक
रिपोर्ट की मानें तो इस योजना के अमल में आने के बाद 2900 किमी लंबे इंटरनेशनल बॉर्डर को पूरी तरह से लॉक कर दिया जाएगा। यही नहीं नई तकनीक के जरिए 24 घंटे तक सीमा की निगरानी रखी जाएगी। वैसे आजादी के बाद यह पहला मौका होगा जब सरकार पश्चिमी सीमा को पूरी तरह से लॉक करने जा रही है। गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने फाइव लेवर निगरानी योजना को मंजूरी दिए जाने की पुष्टि करते हुए कहा कि, भारत पाकिस्तान की सीमा में कुछ जगह ऐसी हैं जहां से घुसपैठ की संभावना रहती है। ऐसे में इन जगहों को फुल प्रूफ सुरक्षा देना सरकार का काम है। इसलिए नई-नई तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है जिसमें सीसीटीवी कैमरा और थर्मल इमेज इंडर ग्राउंड मॉनिटरिंग सेंसर शामिल हैं।

लेजर बैरियर्स लगाए जाएंगे

सीमापार की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे, थर्मल इमेज और नाइट विजन उपकरण, युद्ध के मैदान में निगरानी के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले रडार, भूमिगत मॉनिटरिंग सेंसर और लेजर बैरियर्स लगाए जाएंगे। यह सभी उपकरण एक साथ काम करेंगे, ऐसे में यदि कोई एक भी काम करना बंद कर देगा तो दूसरा तुरंत कंट्रोल रूम तक सूचना पहुंचा देगा। लेजर बैरियर्स को 130 ऐसे स्थानों पर लगाया जाएगा जहां फेंसिंग नहीं हुई है। इसमें जम्मू-कश्मीर के पहाड़ी और नदी वाले इलाकों से लेकर गुजरात तक के हिस्से शामिल हैं।

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