राजस्थान में केन्द्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली ने स्थिति का जायजा लेने के बाद कहा कि ओले गिरने और बारिश से नुकसान बहुत ज्यादा हुआ है. उन्होंने माना कि कई गांवों की स्थिति बहुत खराब है, लोगों के मकान भी क्षतिग्रस्त हुए हैं, इससे गांवों में किसानों की अर्थव्यवस्था बिगड़ गई है. इस स्थिति को देखते हुए उन्होने ये भी वादा किया है कि वे राज्य सरकार के साथ जयपुर में बैठक करके पूछेंगे कि समस्या से निपटने के लिए उनकी योजना क्या है. इसके बाद वे केन्द्र से किसानों की उचित मदद के बारे में बात करेंगे. अगली फसल तैयार होने तक किसान अपने पैरों पर खड़ा हो सके उतनी मदद की पूरी कोशिश की जाएगी.

जेटली ने कहा कि खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस मामले को लेकर काफी गंभीर हैं और प्रधानमंत्री को सारी जानकारी देते हुए वे उनसे सहायता की बात करेंगे. जेटली ने माना कि बेशक राज्य सरकार अपने उपलब्ध संसाधनों से मदद कर रही है, लेकिन क्षति बहुत ज्यादा है, इसलिए केन्द्र की भी मदद की आवश्यकता होगी. ताकि किसानों के जीवन को पटरी पर लाने लायक स्थिति बन सके.

अरुण जेटली ने अपनी बातचीत के दौरान किसानों के लिए विशेष सहायता पैकेज की घोषणा की संभावना के भी संकेत दिए. उन्होंने कहा कि कम से कम किसानों की जीने लायक मदद तो होनी ही चाहिए.  उन्होंने बताया कि सरकार कृषि बीमा, ऋण ब्याज और क्षतिग्रस्त घर के निर्माण के लिए सहायता देने जैसे विषयों पर भी विचार कर रही है.  


हालात देख कर हैरान हो गए जेटली
इससे पहले रविवार को एक दिवसीय दौरे पर आए केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली खराब हालत को देखकर हतप्रभ रह गए. उनसे मिलने पर किसान भी रो पड़े. जेटली ने माना कि अन्य राज्यों के मुकाबले राजस्थान में यह प्राकृतिक आपदा ज्यादा रही है, फसल लगभग बर्बाद हो गई.  उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी इस प्राकृतिक आपदा से बेहद चिंतित है और केन्द्रीय मंत्रियों को प्रभावित राज्यों में जायजा लेने भेजा है. केन्द्रीय लघु उद्योग मंत्री गिरिराज सिंह के साथ सबसे अधिक प्रभावित कोटा, बूंदी जिलों का हवाई सर्वे करने पहुंचे जेटली ने कहा कि उनके हैलीकाप्टर सर्वे में फसलों की बर्बादी एवं घरों के क्षतिग्रस्त होने की तस्वीरें साफ दिख रही थी. उन्होंने कहा कि इस प्राकृतिक कहर ने किसानों की कमर तोड़ कर रख दी है और आगामी फसल होने तक उनके जीवन निर्वाह की समस्या भी सामने है. उन्होंने आपदा राहत नियमों में बदलाव की आवश्यकता भी जताई. जेटली और गिरिराज सिंह बूंदी जिले के ओलावृष्टि से सर्वाधिक प्रभावित गांव टिमली में प्रभावित किसानों के घर पहुंचकर उनसे बातचीत की और सांत्वना भी दी.


प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद जेटली ने जयपुर में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के साथ बैठक की. मुख्यमंत्री ने जेटली को नुकसान की रिपोर्ट सौंपते हुए अधिक मदद देने का आग्रह किया.

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