-पेट्रोल-डीजल की जगह एथेनाल और बिजली से वाहन चलाने की दी सीख

-चाहे तो आत्मनिर्भर हो सकते हैं किसान, नहीं होगी रोजगार की कमी

ALLAHABAD: मेट्रो सिटीज में रोजगार की तलाश में जाने वाले किसानों को स्मार्ट बिजनेस का टिप्स दे गए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी। उन्होंने कहा कि किसान चाहे तो रोजगार की कमी उन्हें नहीं होगी।

बस उन्हें गन्ने से एथेनाल बनाने की तकनीक सीखनी होगी। उन्होंने कहा कि शुगर मिल में निकलने वाले वेस्ट से महाराष्ट्र में एथेनाल बनाया जा रहा है। उन्होंने किसानों को जागरुक करने की जिम्मेदारी किसान मोर्चा के अध्यक्ष व सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त को दी।

हमने बेच लिया, आप भी बेचो

गडकरी ने कहा कि महाराष्ट्र में उन्होंने टॉयलेट का पानी करोड़ों रुपए में कंपनियों को बेचा है। इसके उनकी सरकार को सालाना 78 करोड़ से अधिक मिलते हैं। यूपी चाहे तो गंगा शोधन से निकले गंदे पानी को तमाम कंपनियों को बेच सकती है। यह पानी ट्रेनों की सफाई या बिजली बनाने के उपयोग में आएगा। उन्होंने कहा कि आम के आम और गुठलियों के दाम भी कमाए जा सकते हैं।

युवाओं को भी मिलेगा रोजगार

उन्होंने कहा कि युवाओं के रोजगार के लिए बायो डायजेस्टर टेक्नोलाजी मैं दे दूंगा। इसमें टॉयलेट के पानी से निकली सीओटू से आइस क्यूब बनाई जा सकती है। होटलों में यह आइस क्यूब बेहतर दामों में खरीदी जाती है। इसके अलावा बांस, चावल और गन्ना मिलों से निकलने वाले वेस्ट से एथेनाल व कपड़े का निर्माण होता है। एथेनाल से बना ईधन पचास रुपए का है जबकि पेट्रोल और डीजल की कीमत अधिक है। एथेनाल से पॉल्यूशन भी कम होगा। उन्होंने कहा कि नागपुर में एथेनाल और इलेक्ट्रिक से बाइक, कार व बसें चल रही हैं। इससे लोगों को कम किराया देना पड़ता है।