छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (सीजीपीसी) के प्रधान पद का चुनाव कराने के लिए चुनाव पर्यवेक्षक का चुनाव पहले कराने की प्रक्रिया के तहत बुधवार को पांच प्रत्याशी हरनेक सिंह, सोहन सिंह, पूरण सिंह, सुखविंदर सिंह व चरणजीत सिंह ने नाम वापसी के तहत नाम वापस ले लिया है। सुरजीत सिंह व दलजीत सिंह दल्ली ने नाम वापस नहीं लिया है अब इन दोनों के बीच चुनाव होगा, इनमें से जो भी चुनाव में जीत कर आएंगे। वे भी अब सीजीपीसी के प्रधान पद का चुनाव कराएंगे। गुरुवार को दोनों प्रत्याशियों को चुनाव चिन्ह आवंटित कर दिया जाएगा और संभवत: 150 वोटर ही अपने मतदान से चुनाव पर्यवेक्षक का नाम तय करेंगे। बुधवार की सुबह चुनाव पर्यवेक्षक के सातों प्रत्याशी सीजीपीसी कार्यालय गए, लेकिन यहां सीजीपीसी के कार्यवाहक प्रधान नहीं पहुंचे थे। जिसके कारण पांचों प्रत्याशियों ने अपनी नाम वापसी का पत्र बलदेव सिंह को सौंपा दिया और वापस लौट गए।

साकची गुरुद्वारा में बैठक

इससे पूर्व तख्त श्री हरिमंदिर साहिब पटना के कार्यवाहक प्रधान शैलेंद्र सिंह लंबे समय के बाद फिर से सक्रिय हुए। उनके नेतृत्व में साकची गुरद्वारा में एक बैठक हुई जिसमें नाम वापसी पर विचार विमर्श किया गया और गुरमुख सिंह मुखे समर्थकों में से पांच लोगों ने अपना नाम वापस ले लिया। अब सुरजीत सिंह व दलजीत सिंह दल्ली के बीच चुनाव होना है। दलजीत सिंह दल्ली टिनप्लेट वर्कस यूनियन में वर्तमान में एडवाइजर है। यह मनीफीट गुरुद्वारा के पूर्व प्रधान होने के साथ वर्तमान में चेयरमैन के पद पर पदस्थापित है। जबकि सुरजीत सिंह टिनप्लेट गुरुद्वारा के महासचिव है। सुरजीत सिंह व दलजीत सिंह दल्ली को संविधान का काफी ज्ञान है।

दूसरी ओर रंगरेटा महासभा की बुधवार को टिनप्लेट में बैठक हुई, जिसमें सीजीपीसी के प्रधान पद का चुनाव कराने के लिए सुरजीत सिंह को अनुभवी बताया है। बैठक मंजीत सिंह की अध्यक्षता में हुई। बैठक में कहा गया है कि सुरजीत सिंह को भारी मतों से विजय बनाने का आग्रह वोटरों से किया जाएगा।