RANCHI : सोमवार को नहाय-खाय के साथ छठ महापर्व शुरू हो जाएगा। चार दिनों के इस आस्था पर्व को लेकर माहौल भक्तिमय हो चुका है। तालाब, पोखर और नदियों की साफ-सफाई जोरशोर से चल रही है। घाटों पर छठ व्रतियों एवं श्रद्धालुओं को किसी तरह की तकलीफ नहीं हो, इस बाबत जिला प्रशासन भी तैयारियों में जुटी है।

छठ की खरीदारी शुरू

छठ महापर्व में इस्तेमाल किए जानेवाले सामानों से बाजार सज चुका है। रविवार को छठ व्रत को लेकर लोगों ने सूप, दउरा और फलों की खरीदारी करते दिखे। इतना ही नहीं, छठी मईया के बज रहे भक्ति गीतों से माहौल भक्तिमय हो चुका है।

घाटों की चल रही साफ-सफाई

छठ महापर्व में पवित्रता का विशेष ध्यान रखा जाता है। ऐसे में घाटों की साफ-सफाई जोरशोर से चल रही है। जिला प्रशासन के अलावा पूजा समितियों एवं सोशल ऑर्गनाइजेशंस सफाई अभियान में जुटे हुए हैं। इस बाबत स्थानीय सांसद, विधायक, डीसी और एसएसपी घाटों पर चल रहे साफ-सफाई का जायजा ले चुके हैं। रविवार को बड़ा तालाब, मधुकम तालाब, कांके डैम, जेल तालाब, धुर्वा डैम, करमटोली तालाब और चुटिया स्थित तालाब के साथ कई और घाटों की विशेष रूप से सफाई की गई।

दूध की हो रही बुकिंग

सोमवार को नहाय खाय है, जबकि मंगलवार को खड़ना। खड़ना में बननेवाले खीर को लेकर दूध की किल्लत हो सकती है। हालांकि, कई श्रद्धालु पहले से ही दूध का ऑर्डर दे चुके हैं। गौरतलब है कि यहां सुधा डेयरी एवं मेधा डेयरी के अलावा ओरमांझी और रातू समेत स्थानीय खटालों से दूध की सप्लाई होती है। इधर, खड़ना के दिन छठ व्रतधारियों को दूध की किल्लत नहीं हो, इस बाबत सुधा डेयरी हर साल की तरह इस साल भी एक टैंकर अतिरिक्त दूध उपलब्ध कराएगी।

खानपान में परहेज

यह एक ऐसा पर्व है, जिसमें खानपान को लेकर भी काफी सावधानी बरती जाती है। न सिर्फ वैसे घर, जहां छठ व्रत होता है, बल्कि वैसे घर भी, जहां यह व्रत नहीं होता है, खानपान को लेकर काफी परहेज किया जाता है। नॉन वेज की बात तो दूर, भोजन में भी लहसुन-प्याज का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। इधर, नहाय-खाय को लेकर व्रतियों ने कद्दू की खूब खरीदारी की।

फलों की बढ़ गई बिक्री

चार दिन के इस महापर्व को लेकर फलों की बिक्री भी तेज होने लगी है। वैसे नहाय-खाय के बाद फलों की बिक्री खूब होगी। फलों में गन्ना और चिनीया केला, पतीयुक्त गाजर, मूली, अदरक का डिमांड सबसे ज्यादा है। इसके अलावा सेव की बिक्री भी खूब हो रही है। रांची में छठ को लेकर सेब 70-80 रूपए प्रति केजी बिक रहा है, वहीं केले का भाव ब्0 से भ्0 रूपए दर्जन है।