केरल ने शुरुआती मैचों में किया कड़ा संघर्ष
गौरतलब है कि फाइनल में पहुंचने के बावजूद केरल और कोलकाता का लीग और सेमीफाइनल का सफल एक-दूसरे से पूरी तरह से विपरीत रहा. केरल ने शुरुआती मैचों में कड़ा संघर्ष करने के बाद आखिरी दौर में वापसी की है. सेमीफाइनल में केरल ने ग्रुप चरण की शीर्ष टीम चेन्नईयन एफसी को बुरी तरह से हराया. वहीं दूसरी ओर, कोलकाता ने शुरुआत में बेहतरीन प्रदर्शन किया, लेकिन फिर बाद में उनकी लय बिगड़ने लगी. हालांकि उसने गोवा एफसी को पेनाल्टी शूटआउट में हराकर खिताबी मुकाबले में अपनी अहम जगह बनाई.

कोलकाता टीम के लिए बड़ा झटका
वहीं बात करें कोलकाता टीम की तो फाइनल से पहले ही उसे एक बड़ा झटका लगा है. उसके स्टार स्ट्राइकर फिकरू टेफेरा चोट से अभी भी उबर नहीं सके हैं और इस वजह से वह इस मैच में खेलेंगे भी नहीं. ऐसे में टीम को स्ट्राइकर केविन लोबो और स्पेनिश मिडफील्डर जोफ्रे मातेउ से भी काफी उम्मीदें हैं. इन दोनों खिलाड़ियों के आने से कोलकाता का आक्रमण और भी मजबूत हो गया है. वहीं मिडफील्ड में कमान कप्तान लुइस गार्सिया और बोर्जा फर्नांडेज संभालेंगे. उधर, बात डिफेंस की करें तो उसका जिम्मा किंगशुक देबनाथ, अर्नब मंडल, जोसेमी, बिस्वजीत साहा, बलजीत साहनी पर होगा.

कनाडाई स्ट्राइकर इयान ह्यूम कर रहे अच्छा प्रदर्शन
वहीं दूसरी ओर केरल ब्लास्टर्स के कनाडाई स्ट्राइकर इयान ह्यूम लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. कहा जा रहा है कि वह मेहताब हुसैन और स्टीफन पीयरसन के साथ आक्रमण का दारोमदार पूरी तरह से संभालेंगे. इंग्लैंड के पूर्व गोलकीपर डेविड जेम्स के अलावा टीम का भरोसा न्यूकैसल युनाइटेड के पूर्व स्ट्राइकर माइकल चोपड़ा पर भी होगा. डिफेंस में संदेश झींगन, गुरविंदर सिंह, सेड्रिक हेंगबर्ट, निर्मल छेत्री होंगे.

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