क्योंकि अवस्थापना लिस्ट में शामिल है प्रतिमा लगवाने का कार्य

जिस पर कमिश्नर ने लगा दी है रोक, 23 जुलाई को है आजाद की जयंती

ALLAHABAD: महान क्रांतिकारी व स्वतंत्रता संग्राम सेनानी चंद्रशेखर आजाद की 110वीं जयंती पूरे भारत में 23 जुलाई को मनाई जाएगी। लेकिन पिछले कई वर्षो से नगर निगम के स्टोर में धूल फांक रही चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा इस वर्ष भी धूल फांकती ही रह जाएगी। अवस्थापना निधि से कराए जाने वाले कार्यो की लिस्ट में जो कार्य शामिल किए गए हैं, उनमें चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा लगाए जाने का कार्य भी शामिल है। जिस पर कमिश्नर ने रोक लगा रखी है।

पार्षद ने लड़ी लड़ाई तो हुआ आदेश

नगर निगम के स्टोर रूम में वर्षो से रखी चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा को शहर में लगवाने की आवाज पार्षद किरण जायसवाल ने उठाई। उन्होंने लड़ाई लड़ी तो 2005 में तत्कालीन जिलाधिकारी अमृत अभिजात ने प्रतिमा लगाने का आदेश दिया। लेकिन प्रतिमा नहीं लग पाई। आंदोलन के बाद सर्किट हाउस में चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा लगाने का निर्णय लिया गया।

पीडब्ल्यूडी से मिल गई एनओसी

सर्किट हाउस में चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा लगाने का आदेश होने के बाद नगर निगम ने कागजी कार्रवाई की। पीडब्ल्यूडी से एनओसी मांगी गई थी, जो नगर निगम को मिल गई है। मेयर अभिलाषा गुप्ता ने बताया कि प्रतिमा लगाने के लिए 11 लाख रुपये की आवश्यकता है जिसके लिए अवस्थापना निधि में प्रस्ताव शामिल है। अवस्थापना निधि का काम रूकने की वजह से प्रतिमा स्थापना का भी काम रूका हुआ है। जैसे ही कार्य को स्वीकृति मिल जाएगी, धन अवमुक्त हो जाएगा। शहीद चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा को सर्किट हाउस के कम्पाउण्ड में लगवा दिया जाएगा।