ALLAHABAD: स्टूडेंट्स अब पहले से जैसे नहीं रहे। उनके पास तमाम क्वैश्चंस हैं और उन्हें हर क्वैश्चन का जवाब चाहिए। क्यों, कैसे कहां और कब के अलावा भी कई क्वेश्चन उनकी डिक्शनरी में हैं। इससे उन टीचर्स के लिए मुश्किल होगी, जो बदलते समय के साथ खुद को अपडेट नहीं कर पाएंगे। मॉडर्न जमाने के बेस्ट टीचर्स में शामिल होना चाहते हैं तो खुद को स्टूडेंट्स की डिमांड के मुताबिक ढालना होगा। सीबीएसई के फॉर्मर डायरेक्टर जी बाल सुब्रमण्यन ने एमपीवीएम में जुटे करीब तीन सौ स्कूलों के टीचर्स को कुछ ऐसी ही एडवाइज दी।

बताया best बनने का formula

महर्षि पतंजलि विद्या मंदिर में फ्राइडे को ऑर्गनाइज वर्कशॉप में फॉर्मर डायरेक्टर ने बेस्ट टीचर बनने के लिए चार बातों को जरूरी बताया। उन्होंने कहा कि क्लास रूम में बेहतर टीचिंग के लिए टीचर्स को क्यूरियासिटी ऑफ द चाइल्ड, नॉवेल्टी, अटेंशन और मोटिवेशन पर ध्यान देना होगा। बिना इन चार प्वाइंट को फॉलो किए कोई भी टीचर बेस्ट नहीं बन सकता। दो सेशन में ऑर्गनाइज वर्कशॉप में फॉर्मर डायरेक्टर ने टीचर्स को दो दर्जन से अधिक ऐसे टिप्स दिए, जो खुद उनके साथ स्टूडेंट्स की बेहतरी के लिए जरूरी हैं।

३०० schools से जुटे teacher

पतंजलि ग्रुप्स ऑफ स्कूल की ओर से ऑर्गनाइज वर्कशॉप में इलाहाबाद सहित अन्य दूसरी सिटी के लगभग तीन सौ स्कूल्स के टीचर्स ने पार्टिसिपेट किया। स्कूल टीचिंग को और भी बेहतर कैसे बनाया जाए? इस प्लानिंग को लेकर वर्कशॉप दो सेशन में ऑर्गनाइज की गई। दोनों ही सेशन में सीबीएसई के फॉर्मर डायरेक्टर (एकेडमिक) जी बाल सुब्रमण्यन का लेक्चर रखा गया। फॉर्मर डायरेक्टर अब तक सैकड़ों वर्कशॉप में बेस्ट टीचिंग जैसे अन्य कई टॉपिक्स पर लेक्चर व कारगर टिप्स दे चुके हैं।

Exam को न बनाए हौव्वा

अपने लेक्चर में फॉर्मर डायरेक्टर ने क्लास को सीखने का प्लेस व एग्जाम में गेस्ट के आने जैसा माहौल बनाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि स्टूडेंट्स के लिए एग्जाम को हौव्वा न बनने दें। एग्जाम्पल देते हुए उन्होंने कहा कि मंथली या सेशनल टेस्ट को उसी तरह ट्रीट किया जाए, जैसे कि घर में कॉफी बनने के बाद सर्व करने से पहले टेस्ट किया जाता है। फाइनल एग्जाम को घर में गेस्ट आने पर सूप तैयार करने और उसके सामने ले जाने जैसा ट्रीट किया जाना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने टीचर्स को स्टॉप टीचिंग, बी पॉजिटिव एनर्जी व टीचर्स आर एनर्जी मैनेजर सहित अन्य प्वाइंट्स पर चर्चा की।  

Important tips

-क्लास में एंट्री से पहले पूरी तरह से स्टे्रस फ्री हो जाएं

-क्लास में टीचिंग का नहीं बल्कि लार्निंग का माहौल बनाएं

-बुक्स की बातों को पूरी तरह से प्रैक्टिकल होकर पेश करें

-स्टूडेंट्स के थिंकिंग प्रॉसेज को जरूर ध्यान में रखें

-स्टूडेंट्स को हर बार कुछ नया बताएं

-खुद के साथ स्टूडेंट्स में केयरफुल रहने की आदत डालें

-किसी भी अंदाज को दोहराने से बचें

-खुद को पॉजिटिव एनर्जी से लैस करें, स्टूडेंट्स को एनर्जी मिलेगी

-स्टूडेंट्स के साथ इंटरेस्टिंग मैटर्स पर डिस्कशन करें