- यूजीसी द्वारा अगले साल से सभी मेन सब्जेक्ट में लागू किया जा सकता है नया सिलेबस

- एलयू सोशल वर्क का नया सिलेबस कर रहा है तैयार

LUCKNOW : देश में अगले साल से कई कोर्सेस के सिलेबस में बदलाव होने जा रहा है। इसके लिए यूनिवर्सिटी ग्रांट कमिशन यूजीसी की ओर से अंडर ग्रेजुएट में संचालित 37 मेन कोर्सेस के सिलेबस को पूरी तरह से रिवाइज किया जाएगा। इसके लिए यूजीसी की ओर से देश में हर विषय के लिए 37 कमेटियों का गठन किया गया है। यह कमेटी अपने-अपने स्तर से मौजूदा जरूरतों को समझते हुए इन कोर्सेस के सिलेबस का तैयार करेंगी। यूजीसी ने इन कोर्सेस के नए सिलेबस को 2019 के सेशन से देश में लागू करने की बात कही है।

एलयू को मिला सोशल वर्क की जिम्मेदारी

यूजीसी की ओर से इन 37 कोर्सेस के सिलेबस को डिजाइन करने के लिए देश के विभिन्न यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। इसके लिए हर एक विषय के एक्सपर्ट को उस विषय के कमेटी का चेयरमैन बनाया गया है। इसी कड़ी में लखनऊ यूनिवर्सिटी को सोशल वर्क के सिलेबस डिजाइन करने की जिम्मेदारी दी गई है। इस कोर्स के कमेटी का चेयरमैन प्रो। आरके सिंह को बनाया गया है। प्रो। सिंह का कहना है कि उन्होंने नए सिलेबस को तैयार करने का काम शुरू कर दिया है। उनकी पूरी कोशिश है कि यूजीसी की ओर से तय समय सीमा के अंदर नया सिलेबस तैयार कर भेजा जा सके।

2019 में नया सिलेबस लागू होना है

प्रो। आरके सिंह ने बताया कि यूजीसी ने 37 सिलेबस को तैयार करने के लिए जिन कमेटियों का गठन किया है, उनको साफ-साफ यह निर्देश दिया है। देश के सभी यूनिवर्सिटी में कॉमन सिलेबस लागू होना है। यह सिलेबस 2019 में शुरू हो रहे नए सेशन से लागू होना है। उन्होंने बताया कि यूजीसी सभी कमेटी से नए सिलेबस मिलने के बाद उसकी एक बार समीक्षा करेगा। फिर उसे पूरे देश में लागू किया जाएगा।