आउट ऑफ कंट्रोल

काफी समय से शांत चल रहा बीएचयू गुरुवार देर शाम अचानक अशांत हो गया। मामूली बात पर आईआईटी और लॉ स्टूडेंट्स के बीच का झगड़ा महामना की बगिया के लिए काला दिन साबित हुआ। एक दूसरे के खून के प्यासे स्टूडेंट्स ने जमकर बवाल काटा। ईट-पत्थर साथ पेट्रोल बम का इस्तेमाल के साथ आगजनी भी की। हाल ये था कि शुरू से आखिरी तक स्टूडेंट्स से लेकर सिचुएशन तक, सब कुछ आउट ऑफ कंट्रोल था। आप भी देखिये कितना गदर मचाया स्टूडेंट्स ने

बीएचयू में बवाल, जमकर पथराव और आगजनी

-राजपूताना ग्राउंड में क्रिकेट खेलने को लेकर हुआ बवाल

-आईआईटी व लॉ के स्टूडेंट्स के बीच जमकर चले ईट पत्थर, पेट्रोल बम, दर्जन भर स्टूडेंट्स हुए इंजर्ड

-अराजकता की भेंट चढ़ा कैंपस, कुछ वाहनों को किया आग के हवाले, फोर्स पहुंची

-मीडिया कर्मियों को देखकर भड़के स्टूडेंट्स, कैमरा निकालने से रोका

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VARANASI: बीएचयू में क्रिकेट खेलने के विवाद में गुरुवार की शाम आईआईटी और लॉ फैकल्टी के स्टूडेंट्स भिड़ गए। दोनो फैकल्टी के छात्र गुट बनाकर एक दूसरे पर टूट पड़े। धुआंधार पत्थरबाजी, पेट्रोल बम चलने से कैंपस में अफरातफरी मच गई। कुछ वाहनों को आग के हवाले कर दिया। सूचना पर एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर्स सहित डिस्ट्रिक्ट के कई थानों की फोर्स बीएचयू कैंपस पहुंच गई। बीएचयू में फोर्स की धमक के बाद भी स्टूडेंट्स के गुट एक दूसरे पर हमला कर रहे थे। पुलिस उपद्रवी स्टूडेंट्स को रोकने में देर तक नाकाम रही। इसके बाद डीएम प्रांजल यादव व एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने भी मौके का जायजा लिया। उन्होंने भगवान दास हॉस्टल पहुंच यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन से जुड़े ऑफिसर्स से बात भी की। इस बीच स्टूडेंट्स ने नारेबाजी कर विरोध भी जताया।

ग्राउंड में खेलने को लेकर बवाल

कैंपस स्थित राजपूताना हॉस्टल के सामने के ग्राउंड में लॉ फैकल्टी के स्टूडेंट क्रिकेट खेलने पहुंच गए, उन्हें आईआईटी के स्टूडेंट्स ने मना किया। बस इतनी सी बात से बवाल शुरू हो गया और स्थिति भयावह हो गई। देखते ही देखते आईआईटी के स्टूडेंट्स और लॉ फैकल्टी के स्टूडेंट्स के बीच विवाद की सूचना दोनों ही ओर के सहपाठियों को मिली और बवाल बढ़ गया।

कई हुए इंजर्ड

इस बवाल में दोनों ही गुटों से दर्जन भर स्टूडेंट्स के इंजर्ड होने की सूचना है। बवाल के दौरान दोनों गुटों की ओर से ईट पत्थर और पेट्रोल बम का प्रयोग हुआ। बवाल होते ही दोनों ओर के सैकड़ों छात्र जुट गए। किसी के हाथ में लाठी था तो किसी के हाथ में डंडा। किसी ने रोड पर पड़े ईट पत्थर को ही उठा लिया। इनसे एक दूसरे पर हमला करने लगे। इस बीच पेट्रोल बमों का भी खुलकर प्रयोग किया गया। पेट्रोल बम से कुछ स्टूडेंट्स के झुलसने की चर्चा भी मौके पर रही।

पुलिस ने संभाला मोर्चा

कैंपस में छात्र गुटों में बवाल की सूचना तत्काल प्रॉक्टोरियल बोर्ड के पास पहुंची। कुछ ही देर में कई थानों की फोर्स सहित पीएसी के जवान और ऑफिसर्स मौके पर पहुंचे लेकिन वे भी मूकदर्शक ही बने रहे, कुछ कर नहीं सके। बवाल के चलते रोड पर दोनों ही ओर से आवागमन ठप हो गया। सूचना पाकर कवरेज के लिए पहुंचे मीडिया कर्मियों को भी स्टूडेंट्स ने कैमरा निकालने से मना कर दिया। वार्निग तक दी कि अगर कैमरा निकला तो तोड़ दिया जाएगा। इसी बीच सूचना डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन तक पहुंची। स्थिति को कंट्रोल करने के लिए कई थानों की पुलिस घटनास्थल के लिए रवाना कर दी गई। स्थिति को देखते हुए फायर ब्रिगेड भी मौके पर पहुंच गया।

हॉस्टल रोड पर लगाया बैन

बवाल को देखते हुए हॉस्टल रोड पर सुरक्षाकर्मी व पुलिस के जवान ही आ जा पा रहे थे। इस रोड पर कुछ दूर तक जाने के बाद लोगों को दूसरी ओर मोड़ दिया जा रहा था। इस रोड पर बने अन्य हॉस्टल्स से स्टूडेंट्स को निकलने से भी रोक दिया गया। हालांकि लगातार पुलिस के हूटर की आवाज सुनकर अन्य हॉस्टल्स के स्टूडेंट भी निकल आए। छात्राएं भागकर किसी तरह अपने अपने हॉस्टल्स में पहुंचीं।

जबरदस्त रही लामबंदी

आईआईटी और लॉ फैकल्टी के स्टूडेंट्स देर रात तक लामबंद रहे। दोनों ही ओर के लामबंद स्टूडेंट्स को समझाने के लिए यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन के ऑफिसर्स आगे नहीं बढ़ पा रहे थे। वहीं पुलिस फोर्स भी मौके पर पहुंचने के बावजूद आगे नहीं बढ़ पा रही थी। हालांकि इसमें यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन का बैकफुट पर रहना भी बाधा बना हुआ था।

बीएचयू प्रशासन ने की चूक पर चूक

(द फ्लीप साइड)

- गुरुवार के बवाल में बीएचयू प्रशासन ने चूक पर चूक की

- प्राक्टोरियल बोर्ड को फेल देख जिला पुलिस व प्रशासन को दी सूचना

- कई थानों की फोर्स के पहुंचने पर सभी को घंटों गेट पर रोके रखा

- सिचुएशन और ज्यादा खराब होने पर फोर्स से कैम्पस में दी एंट्री

- हॉस्टल से हो रहे पथराव को रोकने के लिए नहीं दी अंदर जाने की परमिशन

- बीएचयू प्रशासन के नरम रवैये के कारण ही स्टूडेंट्स का बढ़ता गया मन

- समय से लोकल पुलिस के साथ लेते एक्शन तो कंट्रोल में आते स्टूडेंट्स

- हॉस्टल में पुलिस को एंट्री देते तो रात 9 बजे तक शांत हो जाता सब कुछ उपद्रव