-फतेहगंज पश्चिमी में एसटीएफ ने नारकोटिक्स टीम के साथ पकड़े तस्कर -टवेरा कार में सीटों के नीचे कैविटी बनाकर छिपाई थी 75 किलो चरस BAREILLY/MEERGANJ: नेपाल से बिहार के रास्ते बरेली होते हुए सहारनपुर चरस की सप्लाई की बड़ी खेप पकड़ी गई है। एसटीएफ ने सेंट्रल नारकोटिक्स ब्यूरो के साथ मिलकर फतेहगंज पश्चिमी में टवेरा कार से 75 लाख की कीमत की चरस पकड़ी है। कार की पिछली और बीच की सीट के नीचे कैविटी बनाकर 75 किलो चरस के पैकेट छिपाए गए थे। पुलिस ने दो तस्करों को गिरफ्तार किया है, लेकिन एसटीएफ मेन तस्कर को ट्रेस नहीं कर सकी है। तस्करों को प्रति किलो सप्लाई के 500 से 1000 रुपए ि1मलते हैं। चंडीगढ़ और दिल्ली में सप्लाई एसटीएफ की गिरफ्त में आए तस्करों की पहचान हदीस उर्फ रहीस निवासी पिपरा मुस्लिम टोला चाप, मोतिहारी बिहार और दीपक सिंह निवासी मोतीपुर मुजफ्फरपुर बिहार के रूप में हुई है। पूछताछ में तस्करों ने बताया कि वह मोतिहारी बिहार से चरस की खेप सहारनपुर लेकर जाते हैं। जिसे वहां से हरियाणा, दिल्ली और पंजाब पहुंचाया जाता है। बिहार बॉर्डर पर चरस नेपाल से लायी जाती है। दोनों सहारनपुर के गंगोह में एक पेट्रोल पंप पर कार खड़ी कर देते। वहां से कार कोई लेकर जाता और उसमें से चरस निकालकर कैविटी में रुपए रख देता। जिसके बाद वह बिहार में कार वापस कर देते। नेपाल में बैठे व्यक्ति ने ही सहारनपुर के शख्स से फोन पर डील की थी। हदीस एसटीएफ का वांटेड भी था, उसके साथी मिराज और संतोष 23 अक्टूबर को पकड़े गए थे। उन्होंने 18 नवंबर को भी 60 किलो चरस सहारनपुर में सप्लाई की थी।