मेट्रो संचालन के निर्माण कार्य के चलते चारबाग बस अड्डे से बसें निकलने में आ रही है दिक्कतें

शहर के बाहर से संचालित हो सकती है बसें

एक जानकीपुरम में तो दूसरा रमा बाई स्थल के पास बनाया जा सकता है बस अड्डा

LUCKNOW(17 April): यूपी रोडवेज की बसों में सफर करने वाले पैसेंजर्स की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। आलमबाग बस अड्डे को चारबाग शिफ्ट किए जाने को लेकर अभी दो महीना भी नहीं बीता है कि फिर से बस अडडों को नई जगह ले जाए जाने की तैयारियां की जा रही है। इसके लिए जमीन की तलाश शुरू हो चुकी है। इस बार बसों के रुट को देखते हुए आउटर स्कर्ट पर दो नए बस अडडे बनाए जाएंगे। इसके लिए परिवहन निगम ने जिला प्रशासन से अनुमति भी मांगी है। मेट्रो के संचालन के लिए चल रहे निर्माण कार्य को देखते हुए निगम को यह कदम उठाना पड़ा है।

- आलमबाग थाने के सामने चल रहा निर्माण कार्य

चारबाग रोडवेज के सामने चल रहे मेट्रो में निर्माण कार्य के चलते यहां से बसों का संचालन यहां से करने में तमाम दिक्कतें आ रही हैं। रोडवेज के अधिकारियों के अनुसार मेट्रो का काम करने वालों ने यह जानकारी दी है कि जल्द ही बस अड्डे के सामने वाली रोड पर काम शुरू हो जाएगा। ऐसे में यहां से बसों को निकलने में परेशानी होगी। इसी के चलते तमाम बसों का संचालन अब अन्य जगहों से किए जाने की तैयारियां चल रही हैं। इस समय ही आलमबाग थाने से बसों को आना-जाना पैसेंजर्स के लिए भारी पड़ रहा है। रास्ता संकरा हो जाने से अमौसी के पास बने वर्कशॉप से चारबाग तक पहुंचने में बसों में एक घंटे का समय लग रहा है।

- दो जगहों से हो सकता है बसों का संचालन

निगम के अधिकारियों ने बताया कि परिवहन निगम कानपुर रोड से आने वाली बसों को शहीद पथ के पास रमाबाई स्थल से चलाए जाने की और सीतापुर रोड से आने वाली बसों को जानकीपुरम स्थित इंजीनियरिंग कॉलेज तिराहे से चलाए जाने की तैयारी है। इन दोनों जगहों से बसों के संचालन के लिए जिलाधिकारी से अनुमति मांगी गई है। इसके लिए आस-पास क्षेत्रों में कहीं भी भूमि उपलब्ध कराने का निवेदन किया है। सिर्फ इतना ही नहीं अन्य जिलों से लखनऊ तक आने वाली बसों को भी शहर में एंट्री नहीं दी जाएगी। इन्हीं बस अड्डों से इन्हें आगे रवाना किया गया जाएगा। इससे चारबाग पर बसों का दबाव कम होगा।

- आउटर पर ही उतरना होगा मुसाफिरों को

इन दो जगहों से बसों का संचालन शुरू किए जाने से पैसेंजर्स का खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। चारबाग और आलमबाग में बसों का संचालन होने के कारण पैसेंजर्स शहर के अंदर पहुंच जाते थे। लेकिन जब ये एंट्री प्वाइंट पर होंगे तो पैसेंजर्स को शहर में आने के लिए राजधानी के लिए अन्य साधनों का प्रयोग करना होगा।

परिवहन निगम के अनुसार दो महीने पहले ही आलमबाग से चारबाग बस अडडे हो यहां शिफ्ट किया गया है। इसमें 70 से 80 लाख रुपए का खर्च आया है। अभी यहां से बसों का संचालन ढंग से शुरू भी नहीं हो पाया था कि बस अड्डे को बाहर लेकर जाने से निगम के अधिकारियों की नींद उड़ी हुई है।

दो दिन पहले ही जिला प्रशासन को प्रस्ताव भेजा गया है। अभी तक उधर से कोई जवाब नहीं मिला है। लेकिन इस मामले को लेकर जल्द ही बैठक की जाएगी।

एके सिंह

आरएम लखनऊ परिक्षेत्र