जिस कंपनी के हेलीकॉप्टर क्रेश हो चुका उसी को दिया ठेका

एक्सीडेंट फ्री रिकार्ड के नियम में खेल कर चहेती कंपनी को ठेका

अफसर बोले,यात्रियों का प्रेशर कैसे करें कंट्रोल

देहरादून

केदारनाथ हेली सेवा के टेंडर में उत्तराखंड सिविल एविएशन डेवलपमेट अथॉरिटी (यूकाडा) के अफसरों ने अपने ही बनाए नियमों को हवा में उड़ा दिया. नियम भी ऐसा जो यात्रियों की सुरक्षा को लेकर सबसे अहम है. नियम है टेंडर में शामिल कंपनी का पिछले दो वर्ष में कोई एक्सीडेंट रिकार्ड नहीं होना चाहिए. यूकाडा के अफसरों ने टेंडर की शर्त में एक लाइन जोड़कर इस शर्त को शिथिल करते हुए ट्यूजडे को एक ऐसी हेली कंपनी को केदारघाटी में हेलीकॉप्टर उड़ाने की अनुमति दे दी,जिसका हेलीकॉप्टर जून 2017 में क्रेश हो चुका है. हेलीकॉप्टर क्रेश में एक इंजीनियर की मौत भी हो गई थी. हादसे को अभी दो वर्ष भी पूरे नहीं हुए हैं. चौंकाने वाली बात यह है कि हेलीकॉप्टर उत्तराखंड में तीर्थयात्रियों को ब्रदीनाथ ले जाते समय क्रेश हुआ था.

जिसका एक्सीडेंट रिकार्ड, उसी कंपनी को टेंडर:

सेरसी से केदारनाथ तक हेलीकॉप्टर उड़ाने के लिए मंगलवार को भी दो कंपनियों को नया टेंडर मिला हैं. इन कंपनियों में मुंबई बेस्ड क्रिस्टल एविएशन और दिल्ली बेस्ट पिनैकल को 23 मई से केदारघाटी में हेलीकॉप्टर उड़ाने की अनुमति दे दी गई है. जबकि वर्ष 2017 में क्रिस्टल एविएशन का हेलीकॉप्टर अगस्ता 119 ब्रदीनाथ से हरिद्वार के लिए उड़ान भरते ही 10 जून 2017 को एक्सीडेंट हो गया था. हादसे में एक इंजीनियर की मौत और दो पायलट घायल हो गए थे. मंगलवार को इस कंपनी को फिर टेंडर मिल गया.

सरकार ने अपने ही नियम हवा में उड़ा दिए:

सरकार ने प्रदेश में हेली सेवाओं का संचालन व प्रबंधन के लिए यूकाडा का गठन किया गया है. केदारनाथ के लिए हेली सेवा शुरू करने से पहले यूकाडा ने इसके लिए जो नियम-शर्ते निर्धारित की हैं, उनमें टेंडर डालने के लिए ऐसी कंपनी टेंडर डाल सकती है, जिसका पिछले दो वर्ष का एक्सीडेंट का रिकार्ड नहीं हो. इस शर्त को टेंडर में लिखते समय एक लाइन आगे जोड़कर खेल कर दिया गया कि एक्सीडेंट वाली कंपनी को डीजीसीए ने दोषी भी माना हो. जबकि यह सर्वविदित है कि दर्जनों क्रेश मामलों की जांच वर्षो से डीजीसीए में पेंडिंग हैं. क्रिस्टल एविएशन का हेलीकॉप्टर एक्सीडेंट वाले हादसे की फाटो पब्लिश की जा रही है. मामले की अभी जांच चल रही है. इससे पहले ही यूकाडा ने कंपनी को अनुमति दे दी.

टेंडर मिलने से पहले ही टिकट बुकिंग:

दूसरी कंपनी पिनाकलएयर को तीन दिन के लिए हेली सेवा संचालित करने की टेंपरेरी परमीशन मंगलवार रात जारी की गई . कंपनी के हेलीकॉप्टर अपनी पहली उड़ान भी थर्सडे को भरेगा. लेकिन कंपनी ने टेंडर मिलने से पहले ही अपनी वेबसाइट पर केदारनाथ की डेली उड़ान उपलब्ध होने की जानकारी शो कर रखी है. चर्चा यह भी है कि यह कंपनी ने बड़ी संख्या में टिकट पहले ही बुक कर चुकी है.

अब केदार घाटी में नौ कंपनियों की उड़ान:

आज से केदारघाटी में नौ कंपनियों के हेलीकॉप्टर उड़ान भरेंगे .हालांकि डीजीसीए ने केदारघाटी में एक समय में सिर्फ छह हेलीकॉप्टर की उड़ान को सुरक्षित बताया है, लेकिन तीर्थ यात्रियों की सुविधा के लिए उड़ानों का टाइम शेड्यूल एक दो मिनट आगे-पीछे कर व्यवस्था चलाई जा रही है.

गुप्तकाशी से दो कंपनियां आर्यन और एरो

फाटा से पवनहंस, थंबी, इंडोकॉप्टर, यूटीएयर

सेरसी से हिमालयन, पिनाकल और क्रिस्टल

ट्यूजडे को उत्तराखंड सिविल एविएशन डेवलपमेंट अथॉरिटी ने दो कंपनियों को केदारघाटी में सेरसी से हेलीकॉप्टर उड़ाने की टेंपरेरी परमीशन दी हैं. ये दो कंपनिया है क्रिस्टल एविएशन और पिनैकल एयर. यूकाडा ने 20 मई को एक टेंपरेरी टेंडर जारी किया था. जिसमें सेरसी से चार दिन के लिए फ्लाइंग के टेंडर मांगे गए थे. चार 22 से 25 मई निर्धारित किए गए थे. 21 मई को टेंडर तो जारी हो गया,लेकिन इन कंपनियों की उड़ान 22 मई बुधवार को डीजीसीए की क्लियरेंस के चलते शुरू नहीं हो पायी. डीजीसीए की टीम इन कंपनियों को क्लियरेंस देने के लिए मौके पर पहुंच गई है.

बिना डीजीसीए की रिपोर्ट कैसे दी परमीशन:

केदारनाथ घाटी में तीर्थ यात्रियों के लिए हेली सेवार शुरू करने वाली कंपनी को डीजीसीए इंस्पेक्शन के बाद क्लियरेंस रिपोर्ट सबमिट करनी होती है. लेकिन केदारघाटी में हाल ही में तीन दिन के लिए दो हेली कंपनियों को डीजीसीए का इंस्पेक्शन रिपोर्ट मिले बिना ही यूकाडा ने दो कंपनियों को उड़ान की परमीशन जारी की उन्हें टाइम शेड्यूल मे शामिल भी कर लिया गया.

- केदारनाथ में यात्रियों की संख्या बढ़ती जा रही है, इस लिए टेंडर जारी कर दो नई कंपनियों को टेंपरेरी परमीशन दी गई है. यह परमीशन सिर्फ तीन दिन के लिए है. नियम-शर्तो का ध्यान रखा गया है.

दिलीप जावलकर, सीईओ यूकाडा