- कम्पाउंडिंग चार्ज के तौर पर प्राधिकरण उपाध्यक्ष के नाम डीडी या चेक भी कर रहे जमा

- ध्वस्तीकरण से बचने के लिए अवैध निर्माणकर्ता कर रहे हैं कोशिश

-एमडीए ने किया इनकार, बिना मौका-मुआयना नहीं मिलेगी राहत

- 5 जोनों में 200 के करीब कम्पाउंडिंग के लिए आए एप्लीकेशन

आई स्पेशल

मेरठ: कमिश्नर के निर्देश पर एमडीए की ताबड़तोड़ कार्रवाई का असर है कि अवैध निर्माणकर्ताओं में खौफ काबिज है। मेरठ विकास प्राधिकरण के पास अवैध निर्माणों की कम्पाउंडिंग लिए रोजाना कई आवेदन आ रहे हैं। कुछ आवेदक तो एप्लीकेशन के साथ कम्पाउंडिंग चार्ज के तौर पर प्राधिकरण उपाध्यक्ष के नाम डीडी या चेक भी जमा कर रहे हैं।

जमा करा रहे रकम

मेरठ के गढ़ रोड स्थित एक कामर्शियल कॉम्प्लेक्स के ऑनर ने प्राधिकरण में अवैध निर्माण की आशंका पर कम्पाउंडिंग के लिए आवेदन किया। आवेदन के साथ ही निर्माणकर्ता ने 2 लाख का चेक मेरठ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष के नाम नत्थी कर दिया। सचिव राजकुमार के समक्ष आजकल कई ऐसे आवेदन पहुंच रहे हैं। अवैध निर्माणों पर कस रहे शिकंजे के बाद कम्पाउंडिंग के लिए आवेदन करने वालों की संख्या बढ़ी है। सभी 5 जोनों में 200 के करीब एप्लीकेशन कम्पाउंडिंग के लिए आए हैं।

होगा मौका-मुआयना

प्राधिकरण सचिव राजकुमार ने बताया कि किसी भी निर्माणकर्ता द्वारा कम्पाउंडिंग के मद में एडवांस जमा कराने से यह सुनिश्चित नहीं है अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी। प्राधिकरण की टीम मौका-मुआयना करेगी और देखेगी कि स्ट्रक्चर की कम्पाउंडिंग हो सकती है कि नहीं। हालांकि फौरी रियायत देते हुए सचिव ने कहा कि कम्पाउंडिंग के लिए आए आवेदनों को पहले सुना जाएगा, इसके बाद ही अग्रिम कार्रवाई होगी।

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कम्पाउंडिंग के आवेदनों के साथ फीस के नाम से आ रही चेक बेशक फाइल में जमा रहेगी किंतु इससे यह बिल्कुल नहीं है कि ध्वस्तीकरण की कार्रवाई नहीं होगी। नोटिस का जबाव लेकर निर्माणकर्ता को एमडीए में अपना पक्ष रखना होगा।

-राजकुमार, एमडीए, सचिव