-खरखौदा कांड का मुख्य आरोपी है सनाउल्ला

- पुलिस ने कहा -सभी आरोपी मामूली बेकसूर

मेरठ : मेरठ के खरखौदा के सामूहिक दुष्कर्म और धर्म परिवर्तन कांड के मुख्य आरोपी सनाउल्ला की नाटकीय गिरफ्तारी के साथ 'सियासी पटकथा' अपने चरम पर पहुंच गई। एसएसपी मेरठ ने प्रेस को 'पांच हजारी सनाउल्ला' की गिरफ्तारी की जानकारी दी और साथ ही ये भी बता दिया कि वारदात के समय सनाउल्ला बीमार था और दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था। 'बीमार और निरपराध' सनाउल्ला को जेल क्यों भेजा जा रहा है, इस पर कप्तान का कहना था कि सनाउल्ला की गलती बस इतनी थी कि उन्होंने धर्म परिवर्तन का प्रमाण पत्र तैयार करवाया।

साफ झलका सियासी दखल

सूत्रों के मुताबिक सनाउल्ला की गिरफ्तारी सियासी सूत्रधारों की हरी झंडी के बाद ही हुई और चर्चा तो ये भी है कि प्रदेश के एक कद्दावर मंत्री के लोगों ने सनाउल्ला को पुलिस को सौंपा। पूरे प्रकरण में सियासी दखल इससे भी झलकता है कि एसएसपी ने बुधवार को साफ माना कि युवती के सभी आरोप झूठे हैं और गिरफ्तार सभी आरोपी मामूली कसूरवार हैं।

मंगलवार को भी रही गिरफ्तारी की चर्चा

मंगलवार देर रात ही पुलिस महकमे में चर्चा थी कि सनाउल्ला की गिरफ्तारी की राजनीतिक अनुमति पुलिस को मिल चुकी है, लेकिन कोई अधिकारी मुंह खोलने को तैयार नहीं था। बुधवार को कप्तान ओंकार सिंह मीडिया से मुखातिब हुए और बताया कि सोहराब गेट डिपो के पास से सनाउल्ला को उस समय गिरफ्तार कर लिया गया,जब वो पुलिस को देखकर भागने की कोशिश कर रहा था। गिरफ्तारी की उपलब्धि बताने के बाद कप्तान ने सनाउल्ला की बेगुनाही के बारे में जानकारी दी।

गिरफ्तारी पर पुलिसिया कहानी

कप्तान ने बताया कि सनाउल्ला दिल का मरीज है और पीडि़ता वारदात की जो तारीखें बता रही हैं, उस समय सनाउल्ला दिल्ली के लोक नायक हास्पिटल में स्वास्थ्य लाभ कर रहा था। जब मीडिया ने पूछा कि अगर सनाउल्ला बीमार और बेगुनाह है तो उसे गिरफ्तार क्यों किया गया? कप्तान का कहना था कि धर्मातरण के फर्जी शपथ पत्र को बनवाने में सनाउल्ला शामिल था। एसएसपी ने युवती द्वारा एफआइआर में लगाये गए आरोपों को सिरे से नकार दिया। एसएसपी पिछले प्रेस कान्फ्रेंस के मुकाबले ज्यादा स्पष्ट तरीके से बोले कि युवती के अपहरण, सामूहिक दुष्कर्म और जबरन धर्म परिवर्तन की सारी बातें गलत हैं। सिर्फ धर्म परिवर्तन का एक फर्जी शपथ पत्र तैयार किया गया है, वह भी पीडि़ता को नौकरी दिलाने के लिए। पुलिस से जब ये पूछा गया कि अगर युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म और धर्म परिवर्तन नहीं हुआ है तो ये आरोपी जेल क्यों भेजे गए हैं? इस पर कप्तान ने मान भी लिया कि सभी आरोपी मामूली कसूरवार है।

अब पुलिस के मुताबिक शानू और नवीन ही फरार हैं जिनकी विस्तार से जांच के बाद ही गिरफ्तारी होगी। सनाउल्ला को मजिस्ट्रेट के सामने उनके आवास पर पेश किया गया और जेल भेज दिया गया।