- मेले में सैटरडे को पवित्र स्नान करेंगे हजारों श्रद्धालु, प्रशासन ने कसी कमर

- रामगंगा को स्वच्छ बनाए रखना प्रशासन के लिए किसी चुनौती से कम नहीं

BAREILLY:

रामगंगा चौबारी मेला सैटरडे को होने वाले कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए तैयार होना शुरू हो गया है। थर्सडे को घाट से करीब दो मीटर दूर तक बैरीकेडिंग की गई। इसके अलावा मेले में सजे नक्खासा में भी खरीदार पहुंचे। हालांकि पूरे दिन भर कोई सौदा नहीं हो सका। किसी भी घटना के बाबत प्रशासन ने पुलिस समेत घाट पर मौजूद पंडितों, पुजारियों, नौका चालकों और गोताखोरों को मुस्तैद रहने के निर्देश दिए हैं। ताकि मेले में कोई अनहोनी न हो।

श्रद्धालुओं से पटा चौबारी

थर्सडे को बैलगाड़ी, ट्रैक्टर व निजी साधनों पर सवार होकर दुकानदार मेले में शिरकत करने पहुंचे हैं। प्रशासन ने देर शाम तक तकरीबन 200 से ज्यादा शहर के आस पास के जिलों के दुकानदारों के लिए पहुंचने की संभावना जताई है। दुकानदारों के आने का सिलसिला रात में भी जारी रहा। प्रशासन ने कार्तिक पूर्णिमा स्नान में करीब 1 लाख श्रद्धालुओं केरामगंगा में डुबकी लगाने की संभावना जताई है। बता दें कि रामपुर, पीलीभीत, शाहजहांपुर, समेत जिले के 15 ब्लॉकों के ग्रामीण और कस्बा निवासी घाट पर स्नान करेंगे। वहीं, फ्राइडे शाम को घुड़दौड़ का आयोजन होगा।

फेंक रहे कूड़ा कचरा

वेडनसडे को सामाजिक धार्मिक समितियों समेत प्रशासन और रामगंगा मित्रों की ओर से दिलाई गई प्रदूषण मुक्त गंगा बनाने का संकल्प धरा का धरा रह गया। थर्सडे को मेले में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं और दुकानदारों ने कूड़ा कचरा रामगंगा में ही फेंका। सैटरडे को दिन भर रामगंगा में डुबकी लगाने के लिए भारी तादाद में श्रद्धालु पहुंचेगे। ऐसे में सब पर निगाह रखना और रामगंगा को प्रदूषण समेत पॉलीथिन मुक्त बनाए रखना प्रशासन और रामगंगा मित्रों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होगा।