विधानसभा चुनावों की डेट करीब आ रही है और इसके साथ ही हर विधानसभा में चुनावी सरगर्मी बढ़ने लगी है। हर चट्टी चौराहे पर राजनीति के जानकार चाय का कुल्हड़ हाथों में पकड़े किसी भी पार्टी की सरकार बनाने में जुटे हुए हैं। इसलिए इन चर्चाओं की थाह लेने और चुनावी माहौल को समझने के लिए आई नेक्स्ट निकल पड़ा शहर की शिवपुर विधानसभा में। यहां परमानंदपुर में रामधनी की चाय की दुकान पर जुटे अड़ीबाजों को जब हमने थोड़ा कुरेदा तो सबकी भड़ास बाहर आने लगी। क्या हुआ इस चुनावी चर्चा में आइये आपको भी दिखाते हैं इसकी झलक

चाय वाले रामधनी एक भट्ठी पर चाय चढ़ाकर इसमे उबाल आने का वेट कर रहे थे तो दूसरी भट्ठी पर पकौड़ी संग ब्रेड पकौड़ा छन रहा था। तभी गांव के कुछ अड़ीबाज दुकान पर पहुंचे। रामनरेश ने बड़े ही तीखे अंदाज में कहा अरे रामधनी जरा गर्मा गर्म चाय पियावा यार। चाय का ऑर्डर मिलते ही चाय वाला इसे पूरा करता तब तक रामनरेश फिर से बोले, रुक जा यार थोड़ा चयवा के पक जाये द नहीं तो हाल सपा सरकार के सीएम अखिलेश जैसन होई यानि कच्चे आदमी को सत्ता मिली और आखिर में हड़कंप ही मच गया।

ये बात सुनते ही बगल में खड़े मनोज कुमार झा बोल पड़े सही कहे भईया, हमरे बिहार में तो बड़ा परिपक्व नेता सरकार चला रहा है लेकिन यूपी में सरकार चलाने वाला बड़ा कमजोर निकला। कैसे होगा इस बार सपा का बेड़ापार? ये देखना होगा। इस चुनावी चर्चा के बीच चाय पकी और सभी को मिल भी गई। चाय को हाथ में लेने के साथ ही माहौल और गर्म हो गया।

और चुस्की संग अनिल कुमार बोल पड़े अरे मालिक तौहू लोग चल गईला बिहार और लखनऊ अरे पहले शिवपुर विधानसभा का हाल जाना, के जीतत हौ यहां से कौनो अता पता हौ? नहीं न बात बड़ा बड़ा लेकिन बेमतलब का।

ये बात को सुनते ही विजय ने तपाक से जवाब दिया बिल्कुल सही कहे भईया यहां से वीरेन्द्र गुरू का भौकाल कौनो वक्त रहल लेकिन कई बार एहर ओहर दल बदल देहलन इसलिए इस बार का होई उनका भगवान मालिक बाकि अभी तो कौना पत्ता ही नहीं खोलले हैन। हां सपा भी कैंडिडेट डिक्लेयर कईले हो लेकिन असमंजस में हौ मामला।

सबकी बातें सुनने के बात पकौड़ा उतार रहे रामधनी ने कहा बहुत सही बात कहला शिवपुर में ए बार का होई कुछ समझ ना आवत हौ। कांग्रेस का कई ठे नेता ताल ठोकत हैन, भाजपा का कौनो मजबूत दावेदार दिखत न हौ आदमी केके वोट दे बड़ा कंफ्यूजन हौ लेकिन एक बात हौ, जे भी आवे बस विकास करे। सड़क, बिजली पानी सब टनाटन मिले तो मजा हौ, नहीं तो कौनो मतलब न हौ नेता बनेका।

बहुत जरूरी है कि शिवपुर विधानसभा में विकास होना क्योंकि इतने सालों से यहां के लोग ठगे जा रहे हैं जो भी आता है सिर्फ चुनाव से पहले बड़ी बड़ी बातें करता हैं लेकिन इलेक्शन बाद दिखता भी नहीं है।

रामनरेश, परमानंदपुर

शहर के बाहरी इलाके और परिसीमन में हुए बदलाव के बाद इस विधानसभा में कई बदलाव हुए हैं लेकिन हालात नहीं बदले। सड़कों से लेकर गांव के हालात बुरे हैं। कोई पूछने वाला ही नहीं है।

विजय कुमार मौर्या, होलापुर

सरकार जिसकी बने उसका विधायक ही हो तो बेहतर है क्योंकि काम उसी पार्टी का नेता करा पाता है जो सरकार से जुड़ा होता है। इसलिए जरूरी है कि पब्लिक इस बार समझदारी से काम ले। किसी के बहकावे में न आये।

संजय कुमार, तरना

शिवपुर विधानसभा को कोई पूछता नहीं है। यहां से जीतने के बाद विधायक कहीं किसी गांव में कोई हाल चाल पूछने नहीं आते। हां, चुनाव के वक्त सबकी याद आती है। पब्लिक इस बार समझदार बने न कि बेवकूफ बनकर काम करे।

प्रदीप श्रीवास्तव, शिवपुर