चाय पे चर्चा

जैसे जैसे इलेक्शन की डेट नजदीक आ रही है वैसे ही शहर में चुनावी चर्चाओं का माहौल गर्माता जा रहा है। जिसे देखिए वह दिन-रात चुनावी बहस में मशगूल है। क्या युवा और क्या अधेड़? सभी चाय-पान की अड़ी पर मनभावन कैंडीडेट के पक्ष में माहौल बना रहे हैं। कैंट विधानसभा के अस्सी मुहल्ले में वीरेंद्र यादव की दुकान पर गुरुवार की शाम जब डीजे आई नेक्स्ट की टीम पहुंची तो हर कोई चुनाव को लेकर ही फोकस दिखा। कैंट विधानसभा में अबकी किसके सिर जीत का सेहरा बंधेगा? यह सवाल दागते ही पब्लिक के बीच शुरू हो गई चुनावी बतकही।

-चाय की कुल्हड़ मुंह से हटाते हुए प्रमोद श्रीवास्तव बोले कि देखिए जो काम किया है उसे कोई हरा नहीं सकता। लेकिन अब जनता का मूड बदला-बदला सा दिख रहा है। इस बार पब्लिक कुछ बदलाव चाहती है। -इतना सुनते ही चाय का कुल्हड़ बेंच पर रखते हुए नीरज पांडेय बोले कि देखिए विकास हुआ है तभी कैंट में बीजेपी की लहर कायम है। क्यों नहीं दूसरे किसी पार्टी के प्रत्याशी ने चुनाव जीत लिया?

-अभी बात चल ही रही थी कि शैलेंद्र सिंह अपनी चाय खत्म कर बोले कि लोकतंत्र में सभी को अपना पक्ष रखना चाहिए। आम आदमी तो यही चाहता है कि जो भी विधायक चुना जाए वह क्षेत्र की समस्याओं को समाप्त करा सके। सिर्फ वादा करके भूले नहीं।

-इस बीच चाय का कुल्हड़ थामे जगरनाथ ओझा बोले कि कैंट विधानसभा में जितना विकास हुआ है उतना अन्य किसी विधानसभा में नहीं हुआ है। साफ-सफाई से लेकर जर्जर तारों का मकड़जाल समाप्त हुआ है। अस्सी का स्वरूप संवर रहा है।

भट्ठी से चाय की केतली हटाते हुए दुकानदार आदि नाथ साहनी बोल पड़े कि देखा भईया लोगन, जनता अब बदलाव चाहत हौ। हर बार एक ही चेहरे पर मुहर थोड़ी न लगेगी। कुछ बदलाव भी होवे के चाही। सभी को मौका मिलना चाहिए।

-तब तक सत्येंद्र पांडेय अपनी चाय खत्म करते हुए बोले कि जाति धर्म को बांटने वाले को कैंट विधानसभा स्वीकार नहीं करेगी। इस बार पार्टी नहीं व्यक्तित्व के धनी प्रत्याशी को ही विजयी बनाया जाएगा।

राजनीतिक दलों से इस बार जनता को सावधान रहने की जरूरत है। दलों की नहीं बल्कि प्रत्याशी की प्रोफाइल देखकर वोट दिया जाएगा। नेताओं के खेल को जनता अब खूब समझने लगी है। कैंट विधानसभा में जाति-धर्म पर वोट नहीं बंटेंगे। राजनीतिक पार्टियां जनता की भावनाओं को ठेस पहुंचाकर अपना चोला टाइट की हुई हैं। ऐसे पाटियों को नहीं स्वीकार करना है।

सत्येंद्र पांडेय, अस्सी

विधायक ऐसा हो जो खुद जनता के द्वार तक पहुंचे, ऐसा नहीं कि सिर्फ वोट लेने के टाइम ही क्षेत्र में दिखे। पार्टी लेवल से उठकर हर किसी के काम को उतना ही तवज्जो दे जैसे घर परिवार को देता है। वर्तमान विधायक के काम-धाम पर अंगुली नहीं उठा रहा हूं लेकिन जनता की शिकायतों को इग्नोर भी तो नहीं कर सकता। विधायक वही जो जनता को भाए।

प्रमोद श्रीवास्तव, अस्सी

कैंट विधानसभा में जाति, धर्म से उठकर काम करने वाले को जनप्रतिनिधि चुना जाएगा। ऐसा कैंडीडेट होना चाहिए जो जनता के मर्म को समझे। ऐसा नहीं कि सिर्फ आश्वासन की घुट्टी पिलाए। ईमानदार, कर्मठ और शिक्षित प्रत्याशी को ही कैंट विधानसभा का विधायक चुना जाएगा। जनता चाहती है कि ऐसा विधायक हो जो हमेशा सुख-दुख: में साथ खड़ा रहे।

शैलेंद्र कुमार सिंह, अस्सी

कैंट विधानसभा में विकास कार्यो की बदौलत ही भाजपा को लगातार तीन बार से जनता चुनती आ रही है। जो विकास कार्य कैंट में हुए उस पर फिर से जनता ऐसे ही विधायक को चाह रही है। हालांकि जनता जनार्दन के मूड को कुछ कहां नहीं जा सकता है। जनता जिसे चाह लेगी वही कैंट विधानसभा का खेवनहार होगा।

नीरज पांडेय, अस्सी